Sukesh Chandrashekhar Plea In SC: ठगी और अवैध उगाही के आरोपी सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) को किसी दूसरी जेल में भेजने का केंद्र ने विरोध किया है. सुकेश ने दिल्ली की तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में अपनी जान को खतरा बताया था. जवाब में केंद्र ने कहा है कि उसने जेल में रहते हुए भी कई लोगों से ठगी की है. जेल अधिकारियों की मिलीभगत से ऐश करता रहा. अब हो रही सख्ती के चलते वह जेल ट्रांसफर की मांग कर रहा है. कोर्ट ने गुरुवार को मामले पर दोबारा सुनवाई की बात कही है.


फिल्म कलाकारों से लेकर उद्योगपतियों तक से ठगी कर चुका सुकेश चंद्रशेखर इन दिनों दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. पिछले साल यह बात सामने आई थी कि वह जेल अधिकारियों और कर्मचारियों को करोड़ों रुपयों की रिश्वत दे चुका है. जेल में एक पूरी बैरक पर कब्जा कर रखा है. वहां से ठगी के धंधे को अंजाम दे रहा है. इसके बाद कई लोगों को निलंबित किया गया. मामले की जांच अभी जारी है.


सुकेश ने जांच अधिकारियों से बताया था जान का खतरा
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सुकेश ने जांच के दायरे में आए अधिकारियों से अपनी जान को खतरा बताया था. उसने किसी और जेल में ट्रांसफर की गुहार की थी. पिछले हफ्ते इस मामले को सुनते हुए जस्टिस ए एस बोपन्ना और विक्रम नाथ की अवकाशकालीन बेंच ने केंद्र से दूसरी जेल के बारे में सुझाव देने को कहा था.


इस हफ्ते सुप्रीम कोर्ट में दूसरी अवकाशकालीन बेंच बैठी है. इसके सदस्य जस्टिस सी टी रविकुमार और सुधांशु धूलिया हैं. आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से कोर्ट में पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने याचिका का कड़ा विरोध किया. उन्होंने कहा कि सुकेश ने तिहाड़ जेल में रहते कई लोगों को खुद को मंत्री, IAS बता कर फोन किए. उसने खुद को केंद्र सरकार में सचिव स्तर का अधिकारी बता कर जेल में बंद एक उद्योगपति की पत्नी को फोन किया. मदद करने के नाम पर 215 करोड़ रुपए की ठगी की. उसके ऊपर धोखाधड़ी का मुकदमा चलना चाहिए. न कि उसे कोई रियायत मिलनी चाहिए.


सख्ती की वजह से कर रहा है जेल बदलने की मांग
मेहता ने बताया कि सुकेश ने जेल अधिकारियों की मिलीभगत से वहां ऐश की. जेल में मॉडलों को भी बुलाया. अब अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है. वह सख्ती से परेशान होकर जेल बदलने की मांग कर रहा है. इस पर जजों ने कहा कि पिछले हफ्ते एक बेंच जेल ट्रांसफर का आदेश दे चुकी है. आज सिर्फ सरकार को दूसरी जेल के नाम का सुझाव देना था. जवाब में मेहता ने कहा कि बिना ED की बात सुने यह आदेश दिया गया था.


कब होगी अगली सुनवाई?
जजों ने कहा कि पिछले आदेश में बदलाव या तो वही बेंच कर सकती है जिसने यह आदेश दिया था या 2 जजों की बेंच का आदेश 3 जजों की बेंच बदल सकती है. ऐसे में जजों ने गर्मी की छुट्टी (Summer Vacation) के बाद मामले को फिर सुनवाई के लिए लगाने की बात कही. लेकिन सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) के लिए पेश वरिष्ठ वकील आर वसंत के अनुरोध पर मामला गुरुवार, 23 अगस्त को सुनवाई के लिए लगा दिया. कोर्ट ने कहा है कि उस दिन तय किया जाएगा कि सुकेश को दूसरी जेल में भेजा जाए या जुलाई में मामले की सुनवाई हो.


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