नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर नए सिरे से कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के प्रति आगाह किया है. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के संपर्क में आए 25-30 लोगों का पता लगाया जाए और संक्रमित लोगों को उचित रूप से आइसोलेट किया जाए.
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए जिला केंद्रित कदम उठाने का आह्वान करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हर जिले को, चाहे वहां महामारी के अधिक मामले हों या कम, स्पष्ट दायित्वों के साथ एक कार्ययोजना बनानी चाहिए. कोविड-19 के संदिग्ध व्यक्तियों को अलग रखकर, उनकी जांच कर और संक्रमित लोगों के संपर्क में आए 25-30 लोगों का पता लगाकर वायरस के प्रसार को नियंत्रित किया जा सकता है.
ज्यादा संक्रमित क्षेत्रों में सख्त नियमों की जरूरत
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा, 'जहां मामलों के क्लस्टर हैं, वहां लोगों या परिवारों को सिर्फ पृथक करने से मदद नहीं मिलेगी. उस मामले में, स्पष्ट सीमाओं और कड़े नियंत्रण के साथ बड़े निषिद्ध क्षेत्रों की आवश्यकता होगी.' भूषण ने सभी मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा है कि पुलिस कानून या आपदा प्रबंधन कानून के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल कर कोविड-उचित व्यवहार हर हाल में क्रियान्वित किया जाना चाहिए.
देश में 6.24 करोड़ से अधिक खुराकें दी गईं
देश में कोविड-19 रोधी टीके की 6.24 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी जा चुकी हैं. मंगलवार को ही 12,94,979 खुराकें दी गई. यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अस्थायी रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार शाम सात बजे तक टीके की 6,24,08,333 खुराकें दी जा चुकी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, 82,00,007 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गई है जबकि 52,07,368 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की दूसरी खुराक दी गई है. इसी तरह अग्रिम पंक्ति के 90,08,905 कर्मियों को टीके की पहली खुराक लगाई गई है जबकि 37,70,603 अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को टीके की दूसरी खुराक दी गई है.
60 साल से अधिक उम्र के 2,90,20,989 लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक दी गई है. इस उम्र वर्ग के 36,899 लोगों को टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है. बीमारियों से पीड़ित 45-60 साल के 71,58,657 लोगों को टीके की पहली खुराक और इस कैटेगरी के 4905 लोगों को टीके की दूसरी खुराक दी गई है.
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