नई दिल्ली: कार्मिक मंत्रालय ने सभी केंद्रीय सरकारी विभागों से कहा है कि वे गर्भवती महिलाओं, दिव्यांग कर्मियों और पहले से ही अन्य बीमारियों से पीड़ित कर्मचारियों को ऑफिस नहीं बुलाएं. एक दिन पहले ही 50 फीसदी कनिष्ठ कर्मियों को कार्यालय से काम शुरू करने की इजाजत दी गई थी.


मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि वैसे सरकारी कर्मी जो पहले से ही अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं और लॉकडाउन लागू होने से पहले से ही इन बीमारियों को लेकर उनका इलाज चल रहा है, जहां तक संभव हो सके उन्हें इलाज कर रहे डॉक्टर के चिकित्सीय दस्तावेज पेश करने के बाद रोस्टर ड्यूटी से छूट दी जाए. इसी तरह से गर्भवती महिलाओं और दिव्यांगों को भी तैयार होने वाले ड्यूटी रोस्टर में शामिल नहीं किया जा सकता है. मंत्रालय ने सभी केंद्रीय सरकारी विभागों को यह निर्देश जारी किया है.


नहीं थम रहा कोरोना का कहर


बता दें कि देश में लॉकडाउन के बावजूद भी देश में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. देश में पिछले 24 घंटों में संक्रमित मरीजों के 5611 नए मामले सामने आए हैं, जो एक दिन में अबतक सबसे ज्यादा मामले हैं. वहीं पिछले 24 घंटों में 140 लोगों की मौत हुई है.  स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों को मुताबिक अबतक एक लाख 6 हजार 750 लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं 3303 लोगों की मौत हो चुकी है. 42हजार 298 लोग ठीक भी हुए हैं.


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