नई दिल्ली: केंद्र ने कोविड से जान गंवाने वाले पत्रकारों के 67 परिवारों को वित्तीय सहायता देने का फैसला किया है. सरकार ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की पत्रकार कल्याण योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये मिलेंगे.
बता दें कोरोना काल में लोगों को जमीनी हकीकत बताने जुटे कई पत्रकार इस बीमारी का शिकार हुए हैं जिनमें से कई पत्रकारों का निधन हो गया. कई राज्य सरकारों ने पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित कर कोरोना वैक्सीन देने की बात कही है.
पिछले दिनों दुनिया भर में प्रेस परिषदों और उस जैसे मीडिया संगठनों के निकाय प्रेस परिषदों के विश्व संघ (डब्ल्यूएपीसी) ने सरकारों से कहा था कि वो पत्रकारों को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ रहे अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के तौर पर देखे.
इस महीने की शुरुआत में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (3 मई) के मौके पर डब्ल्यूएपीसी ने पत्रकारों को प्राथमिकता के आधार पर कोविड रोधी टीका लगाए जाने की मांग की जिससे अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए वे सुरक्षित रहें.
बता दें भारत में एक दिन में कोविड-19 के 2,11,298 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,73,69,093 हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 3,847 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,15,235 हो गई है.
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