नई दिल्लीः ममता बनर्जी ने मतदान के दिन नंदीग्राम में बूथ पर धांधली की शिकायत के बाद अब केंद्रीय चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को जवाब देते हुए कहा है कि ममता बनर्जी ने जो आरोप लगाए थे, उनमें कोई सत्यता नहीं पाई गई है. चुनाव आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि बीएसएफ के जवानों के द्वारा पोलिंग के दौरान किसी तरह की कोई गड़बड़ी की गई, इसका भी कोई सबूत नहीं मिला. इस दौरान ना ही कोई बाहरी व्यक्ति पोलिंग बूथ के अंदर गया.
पोलिंग बूथ के अंदर मौजूद अधिकारियों की रिपोर्ट के मुताबिक भी ना तो कोई गुंडा और ना ही कोई हथियार लिया हुआ शख्स पोलिंग बूथ के अंदर पहुंचा. इस दौरान कहीं कोई चिंता भी नहीं हुई और ना ही किसी तरह से वोटिंग रुकी थी. ममता बनर्जी की मौजूदगी के दौरान उनके पक्ष और विपक्ष में नारेबाजी जरूर हुई लेकिन उसका असर वोटिंग पर नहीं पड़ा था.
इस तरह की घटनाओं से कानून व्यवस्था हो सकती है खराब
केन्द्रीय चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से साफ तौर पर कहा है कि उन्होंने हाथ से लिखकर जो शिकायत दी है, वह पूरी तरह से गलत है क्योंकि ऐसा कोई भी सबूत सामने नहीं आया है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से कहा कि यह दुख की बात है कि इस तरीके का माहौल बनाया जा रहा है और वह भी मौजूदा मुख्यमंत्री के द्वारा. मुख्यमंत्री को भी समझना चाहिए कि इस तरीके की घटनाएं प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब कर सकती है और यह सब तब हो रहा है, जब पश्चिम बंगाल में चुनाव चल रहे हैं।
टीएमसी के पोलिंग एजेंट ने किसी तरह की गड़बड़ी की शिकायत नहीं की
ममता बनर्जी को जवाब देते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने कहा है कि जिस बूथ पर ममता बनर्जी ने धांधली के आरोप लगाए थे, वहां पर टीएमसी के पोलिंग एजेंट सुबह से ही मौजूद थे और एक बार भी पोलिंग एजेंट ने किसी तरह की गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं की थी.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दूसरे चरण के दौरान नंदीग्राम में हुई वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथ पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए वहां पर धरना भी दे दिया था और उसके बाद केंद्रीय चुनाव आयोग को इस बाबत में शिकायत भी भेजी थी. नंदीग्राम विधानसभा सीट से खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव मैदान में हैं और उनका मुकाबला बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी से है.
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