नई दिल्ली: केंद्रीय कर्मचारियों के बैंक अकाउंट में अगस्त के महीने में पहले से ज्यादा सैलेरी आई है. केंद्र ने जुलाई में महंगाई भत्ते की दर को 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी बढ़ाने का एलान किया था. ये डीए अगस्त की सैलेरी में जुड़कर आया है. केंद्र सरकार के करीब 1.14 करोड़ कर्मचारियों और पेंशनधारियों को फायदा हुआ है. डीए और डीआर में बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर करीब 34 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ा है. 


केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़कर 28 फीसदी हो गया है. उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलेरी 20 हजार रुपये है तो पहले 17 फीसदी के हिसाब से 3400 रुपये प्रति महीना डीए मिल रहा था. अब ये डीए बढ़कर 5600 रुपये हो गया. यानी कि महीने की सैलेरी में 2200 रुपये का इजाफा हुआ. इसी तरह अगर बेसिक सैलेरी 50 हजार रुपये महीना है तो डीए 8500 रुपये से बढ़कर 14,000 रुपये हो गया. यानी कि महीने में 5500 रुपये ज्यादा मिले. यह गणना 1 जुलाई से लागू हुई है.


केंद्रीय कर्मचारियों को एरियर्स नहीं मिला
केंद्रीय कर्मचारियों को एरियर्स नहीं मिला है. कोविड महामारी के मद्देनज 1 जनवरी 2020 से लेकर 30 जून 2021 तक की अवधि के दौरान जो डीए रोका गया था, उसका एरियर्स नहीं मिला है. इस अवधि के दौरान जो डीए का प्रतिशत बनता उसे जोड़कर 1 जुलाई से इसे बहाल कर दिया गया है. सरकार ने डीए और डीआर की तीन अतिरिक्त किस्तों को डेढ़ साल तक रोक लिया था. कुल मिलाकर अब बेसिक पे का 28 फीसदी डीए कर दिया गया है. 


सांतवें वेतन आयोग के मुताबिक डीए को साल में दो बार बढ़ाया जाता है. कोविड महामारी के मद्देनजर सरकार ने डीए और डीआर की तीन किस्तों को रोक लिया था. ये किस्तें थीं- एक जनवरी 2020 को 4 फीसदी, एक जुलाई 2020 को 3 फीसदी और एक जनवरी 2021 को 4 फीसदी. कुल 11 फीसदी डीए बनता जिसे रोका गया था. अब एक जुलाई से इसे बहाल कर दिया गया.


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