Covid-19 Cases Serge In India: भारत मे बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव (Union Health Secretary) ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखी है और मेडिकल ऑक्सीजन बुनियादी ढांचा प्रणालियों ( (Oxygen Infrastructure) को मजबूत करने को कहा है. स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा है की देश में कोविड-19 (Covid-19) मामलों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई है. महामारी के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन के महत्व को संज्ञान में लेते हुए भारत सरकार ने सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों को सक्रिय रूप से लगातार समर्थन दिया है. 


मौजूदा हालात को देखते हुए सभी संबंधित स्वास्थ्य सुविधाओं पर मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा तत्काल उपाय किए जाने की आवश्यकता है. इसलिए राज्यों से कहा गया है कि सभी संबंधित विभागों को ये सुनिश्चित करने का निर्देश दें कि निम्नलिखित सुविधाएं मिलती रहनी चाहिए



  • मेडिकल ऑक्सीजन का पर्याप्त बफर स्टॉक रहे.ऑक्सीजन थेरेपी वाली सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में कम से कम 48 घंटे के लिए पर्याप्त मेडिकल ऑक्सीजन का बफर स्टॉक होना चाहिए.

  • लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) की उपलब्धता हो. सभी मेडिकल फैसिलिटी पर एलएमओ टैंक पर्याप्त रूप से भरे जाने चाहिए और उनकी रिफिलिंग के लिए निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए.

  • मेडिकल फैसिलिटी में पीएसए प्लांट्स को पूरी तरह फंक्शनल रखा जाए. ऐसे प्लांट्स के उचित रखरखाव के लिए सभी कदम उठाए जाने चाहिए.

  • ऑक्सीजन सिलिंडरों की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए. सभी मेडिकल फैसिलिटी में बैकअप स्टॉक और मजबूत रिफिलिंग सिस्टम के साथ ऑक्सीजन सिलेंडरों की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए. ये भी सुनिश्चित किया जाए कि इन सिलेंडरों को भरकर तैयार रखा जाए.

  • सभी जिलों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें आपूर्ति किए जाने वाले ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स पूरी तरह से काम कर रहे हैं. उनके उचित रख-रखाव को सुनिश्चित किया जाए.

  • लाइफ सपोर्ट सिस्टम की उपलब्धता होनी चाहिए.सभी हायर लेवल हेल्थ फैसिलिटीज में लाइफ सपोर्ट सिस्टम होने चाहिए जिनमें वेंटिलेटर, B|PAP, SpO2 सिस्टम और संबंधित उपभोग्य वस्तुएं पर्याप्त संख्या में होनी चाहिए ताकि सभी जरूरतों को पूरा किया जा सके.

  • सभी मेडिकल फैसिलिटी में ऑक्सीजन डिलीवरी डिवाइस और डिवाइस का उपयोग करते समय डिसिन्फेक्शन प्रोटोकॉल का पालन होना चाहिए.

  • सभी ऑक्सीजन डिलीवरी उपकरणों के अच्छे उपयोग के लिए, सभी सुविधाओं पर पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित लोजी को तैनात किया जाना चाहिए. जैसा कि सलाह दी गई है, सुविधा के अनुसार ऑक्सीजन स्टीवर्ड्स का प्रशिक्षण अगले कुछ दिन में पूरा किया जाना चाहिए. 

  • सभी राज्य कौशल विकास मंत्रालय के साथ पहले ही पीएसए प्लांट्स के दिन-प्रतिदिन संचालन के लिए 10 घंटे के ट्रेनिंग, मास्टर प्रशिक्षकों के लिए 40 घंटे के ट्रेनिंग और पीएसए की ट्रबल शूटिंग के 180 घंटे के ट्रेनिंग का आयोजन करवा लें

  • ऑक्सीजन से संबंधित मुद्दों और चुनौतियों के जल्द समाधान के लिए राज्य / केंद्रशासित प्रदेश स्तर पर ऑक्सीजन कंट्रोल रूम को फिर से शुरू और मजबूत करने के प्रयास शुरू कर देने चाहिए.

  • ऑक्सीजन थेरेपी वाली सेवाएं प्रदान करने वाले निजी अस्पताल का मूल्यांकन किया जा सकता है और उनकी मेडिकल ऑक्सीजन क्षमताओं का पता लगाने की आवश्यकता है. मांग के बढ़ने पर निजी क्षेत्र को भी शामिल करने की रणनीति भी तैयार की जानी चाहिए. सभी राज्य सीधे या राज्य एपीआई के माध्यम से ODAS डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ऑक्सीजन का उपयोग करने वाली सभी स्वास्थ्य सुविधाओं की बोर्डिंग सुनिश्चित करें


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