नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश और गुजरात में सियासी इम्तेहान का सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अमरीकी थिंक टैंक पियु ( PEW ) रिसर्च सेंटर की एक सर्वे रिपोर्ट राहत लेकर आयी है. इस सर्वे में शामिल किए गए लोगों में से 88 प्रतिशत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का सबसे लोकप्रिय नेता मानते हैं. अब इस सर्वे रिपोर्ट का मोदी सरकार बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार करना चाहती हैं. ये बात आज कैबिनेट की बैठक से भी साफ़ हो गई.
कैबिनेट में बांटी गई रिपोर्ट
आज कैबिनेट की बैठक में इस सर्वे रिपोर्ट की एक एक कॉपी बैठक में मौजूद सभी मंत्रियों में बांटी गई. एबीपी न्यूज़ को मिली एक्सक्लुसिव जानकारी के मुताबिक़ बैठक में मौजूद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पहले इस सर्वे रिपोर्ट की बड़ी बातों के बारे में सभी मंत्रियों को संक्षिप्त जानकारी दी. इसके बाद सभी मंत्रियों को रिपोर्ट की एक एक कॉपी भी बांटी गई. इतना ही नहीं सभी मंत्रियों से इस रिपोर्ट को व्यापक पैमाने पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से प्रचारित प्रसारित करने को कहा गया है. इसके लिए ख़ासतौर पर नरेंद्र मोदी एप का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है. इस एप पर सर्वे रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं को शेयर किया गया है.
प्रेस कांफ्रेंस में दी गई जानकारी
कैबिनेट की बैठक के बाद होने वाली नियमित प्रेस कांफ्रेंस में क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पहुंचे तो उन्होंने इस बात का ख़ास ख़्याल रखा कि इस रिपोर्ट के बारे में विस्तार से मीडिया और उसके ज़रिए देश को बताया जाए. सर्वे के आंकड़ों के बारे में जानकारी देते हुए रविशंकर प्रसाद ने ये दावा किया कि देश के लोगों का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में साढ़े तीन साल के शासन के बावज़ूद क़ायम है. प्रसाद ने कहा - " सर्वे से साफ़ है कि लोगों का भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार में क़ायम है".
क्या है रिपोर्ट में ?
ये रिपोर्ट एक अमरीकी थिंक टैंक संस्था पियु ( PEW ) रिसर्च सेंटर ने तैयार की है. रिपोर्ट के मुताबिक़ इसमें शामिल किए गए 88 प्रतिशत लोग पीएम मोदी के बारे में सकारात्मक राय रखते हैं. 2016 के सर्वे में 81 प्रतिशत लोग ही ये राय रखते थे. सर्वे में 83 प्रतिशत लोग देश की आर्थिक हालत से संतुष्ट हैं जबकि 70 प्रतिशत मानते हैं कि देश सही दिशा में जा रहा है. चौंकाने वाली बात ये है कि मोदी की सबसे ज़्यादा लोकप्रियता दक्षिण भारत में दिखाई गई है. वहां के 95 प्रतिशत लोग पीएम के बारे में सकारात्मक राय रखते हैं.
वैसे ये बताना भी ज़रूरी है कि सर्वे के लिए केवल 2464 लोगों की राय ली गई है जिसे आलोचक इतने बड़ी आबादी वाले देश के हिसाब से सही नहीं मानते हैं. उनका ये भी कहना है कि चूंकि ये सर्वे नोटबंदी के तुरंत बाद यानि 21 फ़रवरी से 10 मार्च 2017 के बीच किया गया है लिहाज़ा पीएम मोदी और बीजेपी सरकार के बारे में सही तस्वीर पेश नहीं कर सकता.
गुजरात चुनाव के मद्देनज़र अहम
वैसे सरकार ने जिस तरह से इस सर्वे रिपोर्ट को हाथों हाथ लिया है उससे साफ़ है कि बीजेपी इसे गुजरात चुनाव में भुनाने की भरपूर कोशिश करेगी. ख़ासकर तब जबकि जीएसटी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को लेकर एक बड़े तबके ख़ासकर व्यापारियों में नाराज़गी बताई जा रही है.
पीएम मोदी की लोकप्रियता के बारे में लोगों को बताएंगे उनके मंत्री
ABP News Bureau
Updated at:
16 Nov 2017 06:53 PM (IST)
वैसे ये बताना भी ज़रूरी है कि सर्वे के लिए केवल 2464 लोगों की राय ली गई है जिसे आलोचक इतने बड़ी आबादी वाले देश के हिसाब से सही नहीं मानते हैं.
फाइल फोटो
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