मुंबई: लोकल ट्रेन में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सेंट्रल रेलवे ने शुरू की 'स्मार्ट सहेली' मुहिम, जानें इसकी खासियत
स्मार्ट सहेली महिला यात्रियों के साथ दो-तरफ़ा संवाद भी स्थापित करेगी और उनकी सुरक्षा और सुरक्षा के संबंध में उनमें आत्मविश्वास विकसित करने का काम करेगी. आज इस मुहिम की शुरुआत हो गई है.
मुंबई: लोकल ट्रेन में सेंट्रल रेलवे की तरफ से महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए 'स्मार्ट सहेली' कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. मध्य रेलवे के मुताबिक इस कार्यक्रम को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य मध्य रेलवे के मुंबई मंडल पर सभी 1774 उपनगरीय सेवाओं को कवर करना, महिलाओं के खिलाफ शून्य अपराध के लक्ष्य को प्राप्त करना और महिला यात्रियों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए समग्र सुरक्षा प्रदान करना है. इस कार्यक्रम के तहत महिला यात्रियों की शिकायतों के लिए एक मजबूत और तेजी से निवारण की व्यवस्था की गई है. स्मार्ट सहेली महिला यात्रियों के साथ दो-तरफ़ा संवाद भी स्थापित करेगी और उनकी सुरक्षा और सुरक्षा के संबंध में उनमें आत्मविश्वास विकसित करने का काम करेगी.
कैसे काम करेगी स्मार्ट सहेली मुहिम
सर्विस सहेली- सर्विस सहेली बनाने के लिए प्रत्येक लोकल सेवा से 4 नियमित महिला यात्रियों को स्वयंसेवकों के रूप में पंजीकृत किया गया है.
सेक्टर सहेली ग्रुप- सभी 1774 स्थानीय सेवाओं को कवर करने के लिए 59 सेक्टर सहेली समूह होंगे. प्रत्येक सेक्टर सहेली समूह का गठन 31 सेवा सहेली, एक महिला एसआईपीएफ / एएसआईपीएफ / हेड कॉन्स्टेबल को फोर्स मेंटर, एक महिला कॉन्स्टेबल को सहायक बल मेंटर और एक यात्री मेंटर (विशेषतः एनजीओ / रेलवे उपयोगकर्ता समिति के प्रतिनिधि) के रूप में किया जाना है, जिसमे कुल 127 सदस्य होंगे.
स्टेशन सहेली ग्रुप- 21 प्रमुख स्टेशनों की पहचान उपनगरीय खंड पर की गई. इन स्टेशनों पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा रही है. प्रत्येक स्टेशन में स्टेशन सहेली समूह होगा, जिसमें उस स्टेशन की 15 नियमित महिला यात्रियों और 2 आरपीएफ स्टेशन के कर्मचारी शामिल होंगे.
ट्रेन सहेली ग्रुप- सभी महिला विशेष लोकल ट्रेनों पर ट्रेन सहेली समूह का गठन किया गया है. वर्तमान में 4 ऐसे ट्रेन सहेली ग्रुप बनाए गए हैं. इन महिलाओं विशेष लोकल ट्रेनों और 25 आरपीएफ कर्मचारियों पर 25 नियमित यात्रियों सहित प्रत्येक समूह. इन सभी गाड़ियों को 3 आरपीएफ लेडी स्टाफ द्वारा एस्कॉर्ट किया जाएगा.
मंडल स्तर पर प्रतिक्रिया और निगरानी टीम- इस टीम में सभी बल संरक्षक, यात्री मेंटर, स्टेशन सहेली प्रभारी, सेवा सहेली प्रभारी, आरपीएफ विभाग के निरीक्षक शामिल हैं. वे स्मार्ट-सहेली-आर एंड एम टीम नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाएंगे.
ये सभी समूह नियमित रूप से महिला यात्रियों और सेवा सहेलियों के साथ बातचीत करते हैं. महिला सुरक्षा को प्रभावित करने वाली गतिविधियों / मामलों का निरीक्षण करते हैं, सुरक्षा में सुधार के तरीके और उपाय सुझाए गए हैं, यात्रियों के बीच 182 RPF हेल्पलाइन की सुविधा का प्रचार किया जा रहा है. R & M टीम महिला यात्रियों की शिकायतों का समय पर और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेगी.
मध्य रेल के महाप्रबंधक संजीव मित्तल ने आज रेलवे सुरक्षा बल के 'स्मार्ट सहेली' कार्यक्रम का ऑनलाइन शुभारंभ किया.
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