मुंबई: कोरोना के बढ़ते प्रकोप पर ब्रेक लगाने के लिए मध्य रेलवे ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है जो यात्रियों की खुद स्क्रीनिंग कर उन्हें दूसरे लोगों के संपर्क में आने से बचाएगा. मध्य रेलवे द्वारा अविष्कार किए गए इस रोबोट को 'कैप्टन अर्जुन' नाम दिया गया है.
आरपीएफ के महासंचालक अरुण कुमार ने आज पुणे में रोबोट का ऑनलाइन उद्घाटन किया. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए मध्य रेलवे ने इस रोबोट का अविष्कार किया है. ऐसा करने का मकसद यात्रियों और आरपीएफ के जवानों को एक दूसरे के संपर्क में आने से रोकना है.
कैप्टेन अर्जुन रोबोट की खासियत के बारे में आरपीएफ के महासंचालक अरुण कुमार बताते हैं कि ये स्टेशन में आने वाले सभी यात्रियों की खुद थर्मल स्क्रीनिंग करेगा. इतना ही नहीं स्टेशन के आस पास होने वाली अन्य सामाजिक गतिविधियों पर भी नज़र रखेगा.
इस रोबोट में यात्रियों की स्क्रीनिंग करने के लिए मोशन सेंसर और अत्याधुनिक कैमरा लगया गया है. वहीं सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए रखने के लिए इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल किया है. किसी भी यात्री के शरीर का तापमान यह 0.5 सेकेंड में मापेगा. यदि कोई यात्री कोरोना से संक्रमित होगा या उसके शरीर का तापमान सामान्य तापमान से ज़्यादा होगा तो इसमें अपने आप एक सेंसर बज उठेगा.
अरुण कुमार बताते हैं कि कैप्टेन अर्जुन को एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जाया जा सकता है. यह आम भाषा भी समझता है. इतना ही नहीं जिस जगह से यह गुज़रेगा उस पूरी जगह को अर्जुन खुद सैनिटाइज भी करेगा. अगर कोई यात्री बिना मास्क के इसके पास आता है तो अर्जुन खुद उस यात्री को मास्क भी देगा और हाथ भी सैनिटाइज करेगा. फिलहाल अर्जुन को पुणे स्टेशन में रखा गया है लेकिन जल्द ही इसे कई स्टेशनों पर रखा जाएगा ताकि कोरोना के बढ़ते प्रकोप पर रोक लगाए जा सके.
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