सेंट्रल रेलवे ने जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिए 24×7 किया काम, बीते चार दिनों में 190 रेक लोड किए गए
22 मार्च से 25 मार्च तक के दौरान मध्य रेलवे ने लगभग 5.66 लाख टन माल की ढुलाई की है. मध्य रेल के कर्मचारी चौबीस घंटे और सातों दिन काम कर रहे हैं ताकि जरूरी सामानों की आपूर्ति प्रभावित न हो.
मुंबई: कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनजर रेलवे ने 14 अप्रैल तक देशभर में यात्री ट्रेन सेवाओं के संचालन को निलंबित कर दिया है. मौजूदा समय में रेलवे पूरे देश में केवल मालगाड़ियों का परिचालन कर रही है.
मध्य रेल अपनी निर्बाध माल ढुलाई सेवाओं के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है. विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति के दौरान, मध्य रेल ने विभिन्न गुड्स शेडों, स्टेशनों और नियंत्रण कार्यालयों में कर्मचारियों को तैनात किया गया है. ये 24×7 काम इसलिए कर रहे हैं कि राष्ट्र के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित न हो. इन चार दिनों (22 से 25.3.2020) के दौरान लगभग 5.66 लाख टन (0.56 मिलियन टन) माल की ढुलाई की गई. वैगनों के संदर्भ में 9837 वैगनौं का लदान किया गया है.
कोयला की मात्रा अधिक थी जो महाराष्ट्र के परली, नासिक, पारस, कोराडी और मौडा और मध्य प्रदेश के सरानी और सिंगाली में बिजली संयंत्रों के लिए 102 रेकों में लोड किया गया था. नागपुर ने 100 रेक और मुंबई से 2 रेक चलाई गई.
पेट्रोल, तेल और लुब्रीकेंट (पीओएल) एलपीजी को विभिन्न स्थानों जैसे गायगांव, खापरी, ताडली आदि में आपूर्ति के लिए 17 रेक में ले जाया गया. भुसावल ने अकेले 13 रेक चलाए. इसने प्याज की एक पूरी रेक भी चलाई.
कंटेनर यातायात के 57 रेक में से मुंबई से 46 रेक थे. उर्वरक के सभी छह रेक मुंबई मंडल से उत्तर और दक्षिण भाग के भेजे गए हैं. वरिष्ठ रेल अधिकारियों के स्तर पर माल ढुलाई पर कड़ी नजर रखी जा रही है. मध्य रेल इस कठिन समय के दौरान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को समझता है और सभी हितधारकों से इस प्रयास में पूरी तरह से समर्थन करने का अनुरोध करता है.