नई दिल्ली: देशभर में आज श्रमिक संगठन हड़ताल पर हैं. जिसका मिला-जुला असर देखा जा रहा है. कहीं ट्रेन तो कहीं बस सेवा बाधित है. आज बैंकिंग सेवा भी ठप रह सकती है. सुबह से ही मुंबई में बेस्ट बस सड़कों पर नहीं दिख रही है. बस स्टॉप पर लोगों को इंतजार करते देखा जा रहा है. बेस्ट बस के कर्मचारियों का कहना है कि पिछले डेढ़ सालों से सरकार ग्रैच्युटी और वेतन से जुड़े विभिन्न मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है.





बैंक कर्मचारियों की हड़ताल
बैंककर्मियों की हड़ताल के कारण आज और कल देश भर में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहेगी, क्योंकि ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाई एसोसिएशन (एआईबीईए) और बैंक इम्प्लाई फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) ने हड़ताल पर जाने की सूचना दी है. बैंक बड़ौदा ने शनिवार को एक नियामक फाइलिंग में कहा, "हमें भारत सरकार द्वारा सूचित किया गया है कि एआईबीईए और बीईएफआई ने इंडियन बैंक्स एसोसिएशन को 8 और 9 जनवरी को अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की सूचना दी है."


अधिकारी ने कहा कि इन दो दिन के दौरान देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में संभवत: कामकाज होगा. एसबीआई की 85,000 शाखाएं हैं. इसके अलावा कुछ अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों में भी सामान्य कामकाज होने की उम्मीद है.


दिल्ली यूनिवर्सिटी
दिल्ली यूनिवर्सिटी के शिक्षकों ने लंबित प्रमोशन और यूनिवर्सिटी से जुड़े बड़े निर्णयों में चुने गए प्रतिनिधियों को कथित रूप से शामिल नहीं किए जाने को लेकर दो दिन की हड़ताल बुलाई है. दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के अध्यक्ष राजीब रे ने कुलपति को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘हम आपको डूटा द्वारा मंगलवार और बुधवार को दो दिन की हड़ताल बुलाने के संबंध में पत्र लिख रहे हैं. आप अपनी जिम्मेदारियों से जिस तरह से हट गए हैं, उस व्यवहार के खिलाफ संयुक्त रूप से गुस्सा प्रकट करने के लिए हम यह हड़ताल बुला रहे हैं.' उन्होंने कहा कि डीयूटीए की मांग है कि कॉलेजों और विश्वविद्यालय के विभागों में लंबित प्रमोशन के सभी मामलों में अब देरी न की जाए.


हड़ताल और असर
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आज सुबह बंद का समर्थन कर रहे सेंट्ल ट्रेड यूनियन के कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. ये लोग वेतन बढ़ाए जाने की मांग कर रहे थे. वहीं हावड़ा में कर्मचारियों ने आज रेल ट्रैक पर खड़े होकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया.








इससे पहले कल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि हमने किसी भी बंद को समर्थन नहीं देने का फैसला किया है. अब बहुत हो गया. पिछले 34 वर्षों में वाम मोर्चे ने बंद का आह्वान कर पूरे राज्य को बर्बाद कर दिया. अब कोई बंद नहीं होगा.''


हड़ताल का असर असम और ओडिशा में भी देखने को मिल रहा. भुवनेश्वर में आज तड़के हड़ताल समर्थकों ने सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की. गुवाहटी में भी कर्मचारी सड़कों पर उतरे. आज तड़के कर्मचारियों ने कई जगह ट्रेनें रोक दी. कर्मचारियों का समूह केरल के कोच्चि में भी सड़कों पर उतरा.







10 ट्रेड यूनियन की हड़ताल
दस ट्रेड यूनियनों आईएनटीयूसी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, एआईसीसीटीयू, यूटीयूसी, टीयूसीसी, एलपीएफ और सेवा ने संयुक्त रूप से का आह्वान किया है.