Central Vista Project: देश को जल्द नया संसद भवन मिलने जा रहा है, जिसे भविष्य को देखते हुए बनाया गया है. इस पूरे प्रोजेक्ट को सेंट्रल विस्टा का नाम दिया गया है, जिसके तहत नए संसद भवन के अलावा पीएम हाउस, केंद्रीय सचिवालय और इंडिया गेट तक का पूरा इलाका आता है. लेकिन इसी सेंट्रल विस्टा में उपराष्ट्रपति के लिए भी अलग से एन्क्लेव तैयार किया जा रहा है. जिसका काम लगभग पूरा होने के कगार पर है. इससे पहले भारत में आधिकारिक तौर पर उपराष्ट्रपति कार्यालय नहीं था, उनके आवास को ही उपराष्ट्रपति भवन के तौर पर जाना जाता था.
अब भारत के नए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हैं. जिन्हें सेंट्रल विस्टा में बने उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में बैठने का मौका मिलेगा. बताया जा रहा है कि इस साल के अंत तक सेंट्रल विस्टा का काफी काम पूरा हो जाएगा. लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा था कि अगला शीतकालीन सत्र नए संसद भवन में होगा. हालांकि पूरे सेंट्रल विस्टा का काम पूरा होने में
कैसा होगा उपराष्ट्रपति एन्क्लेव?
सेंट्रल विस्टा के तहत बनने वाले उपराष्ट्रपति एन्क्लेव की कुल लागत 206 करोड़ रुपये बताई गई है. हालांकि इसमें केंद्रीय सचिवालय भी शामिल है. कमलादित्य कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने उपराष्ट्रपति एन्क्लेव की बिड जीती थी. इस एन्क्लेव को नॉर्थ ब्लॉक में बनाया जा रहा है, जो राष्ट्रपति भवन के पास है. इसी उपराष्ट्रपति भवन में उपराष्ट्रपति का कार्यालय भी होगा. जिसमें उनका तमाम स्टाफ भी होगा.
अब तक कहां रहते थे उपराष्ट्रपति
अब आपके मन में ये सवाल जरूर उठा होगा कि अगर अब सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत उपराष्ट्रपति एन्क्लेव का निर्माण किया जा रहा है तो अब तक तमाम उपराष्ट्रपति रहते कहां थे? दरअसल अब तक दिल्ली के वीवीआईपी इलाके मौलाना आजाद रोड पर स्थित एक बंगले को ही उपराष्ट्रपति भवन के तौर पर माना जाता था. ये बंगला नंबर-6 पिछले कई दशकों से उपराष्ट्रपति के लिए रिजर्व है. यहां कई उपराष्ट्रपति रह चुके हैं. इस भवन में सबसे लंबे वक्त तक पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी रहे. क्योंकि वो दो बार उपराष्ट्रपति चुने गए.
क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट
- सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक के तीन किलोमीटर के स्ट्रेच को री-डेवलप किया जा रहा है.
- सेंट्रल विस्टा में नया संसद भवन बनाया जा रहा है, जो हर तरह से आधुनिक होगा. इस संसद भवन में सदस्यों के बैठने की संख्या भी ज्यादा होगी.
- केंद्रीय सचिवालय का भी सेंट्रल विस्टा के तहत निर्माण किया जा रहा है, ये संसद भवन के बगल में होगा.
- सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत नया पीएम आवास और उपराष्ट्रपति आवास बनाया जा रहा है. ये भी संसद भवन के बिल्कुल पास होंगे.
- सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में कुल खर्च 20 हजार करोड़ का बताया गया है. इसमें तमाम भवनों के निर्माण और सौंदर्यीकरण का काम शामिल है.
- राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, हैदराबाद हाउस, वॉर मेमोरियल, रेल भवन और वायु भवन सेंट्रल विस्टा के री-डेवलेपमेंट प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं हैं.
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