श्रीनगर: पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच सुरक्षाबलों की 100 से ज्यादा टुकड़ियां भेजी गईं हैं. जम्मू कश्मीर में लोगों को दवाई और जरूरी सामान घर में जमा करके रखने को कहा गया है. जम्मू कश्मीर में पेट्रोल पंपों के लिए भी आदेश जारी हुआ है, प्राइवेट गाड़ियों के लिए तीन लीटर पेट्रोल और 10 लीटर डीजल की सीमा निर्धारित की गई. इससे पहले घाटी में 200 से ज्यादा अलगाववादी नेता हिरासत में लिए गए. इन अलगाववादी नेताओं को कश्मीर घाटी के बाहर की जेलों में भेजा जा सकता है.
इतने बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों की तैनाती को लेकर स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है. जानकारी के मुताबिक सोमवार को कश्मीर को विशेष पहचान देने वाले अनुच्छेद 34A पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. इसके समर्थन में जम्मू-कश्मीर में प्रदर्शन होते रहे हैं. सुनवाई को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
जम्मू कश्मीर में तेज हलचल के बीच पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की है. उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा है कि फारुक अब्दुल्ला ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की है और बताया है कि घाटी में पैनिक की स्थिति है. उन्होंने कहा कि लोगों में विश्वास जगाने के लिए सरकार स्टेटमेंट जारी करे व उचित कदम उठाए.
क्या है 35A?
अनुच्छेद 35A प्रावधान जम्मू कश्मीर के बाहर के व्यक्ति को जम्मू-कश्मीर में अचल संपत्ति खरीदने से प्रतिबंधित करते हैं. इस प्रावधान को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. इसी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. जम्मू-कश्मीर की ज्यादातर पार्टियां अनुच्छेद 35A के पक्ष में है. अनुच्छेद 35A अनुच्छेद 370 से ही जुड़ा है.