President Gallantry Medal: केंद्र सरकार ने तत्काल प्रभाव से चार राष्ट्रपति वीरता मेडल्स को एक पदक बना दिया गया है. इसे 'वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक' (President Gallantry Medals) कहा जाएगा. इससे पहले पुलिस, अग्निशमन सेवा, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवा के लिए अलग-अलग दिए जाते थे.
गौरतलब है कि पुलिस को लंबी सेवा, अच्छा आचरण, कर्तव्य के प्रति समर्पण, दक्षता, किसी अभियान में भागीदारी या किसी ऑपरेशन के लिए से पुलिस को सम्मानित करने के लिए मेडल दिया जाता है. पुलिस के अलावा सेना को भी अशोक चक्र, वीर चक्र और कीर्ति चक्र जैसे पदक से सम्मानित किया जाता है.
दो बार आमंत्रित की जाती हैं सिफारिशें
रक्षा मंत्रालय सशस्त्र बलों और केंद्रीय गृह मंत्रालय के वीरता पुरस्कारों के लिए वर्ष में दो बार सिफारिशें आमंत्रित करता है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा के लिए आम तौर पर अगस्त के महीने में सिफारिशें आमंत्रित की जाती हैं.
शौर्य पुलिस पदक
पुलिस सेवा और अर्धसैनिक बल को बहादुरी के लिए शौर्य पुलिस पदक दिया जाता है. यह पुलिस को दिए जाने वाला सर्वोच्च पदक है. इसके बाद केंद्र सरकार की अनुशंसा पर दिया राज्य सरकार पराक्रम मेडल देती है, जो देश की सुरक्षा के लिए चलाए गए किसी बड़े ऑपरेशन के दौरान जान दांव पर लगाने वाले जवानों को दिया जाता है.
मुख्यमंत्री वीरता पदक
इसके बाद पुलिस को मिलने वाला तीसरा सबसे बड़ा सम्मान मुख्यमंत्री वीरता पदक है, जो राज्य का सबसे बड़ा सम्मान होता है. ये भी राज्य के अंदर शौर्य का प्रदर्शन करने पर दिया जाता है. इसके अलावा अच्छे और साहसिक कार्यों के लिए डीजी कमेंडेशन डिस्क (प्लेटिनम, गोल्ड और सिल्वर) प्रदान किया जाता है. अलग-अलग राज्यों में पुलिस पदक की व्यवस्था भी कई बार भिन्न होती है.