छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री बोले- ऑक्सीजन की कमी से मौत का डाटा केंद्र ने नहीं मांगा, कोई रिकॉर्ड भी नहीं
स्वास्थ्य मंत्री ने छत्तीसगढ़ को ऑक्सीजन सरप्लस राज्य बताया. कहा कि राज्य की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता 388.87 मीट्रिक टन है. राज्य में 26 अप्रैल को सबसे अधिक 180 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत हुई थी.
रायपुर: ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत न होने के मामले में राजनीति गरमा गई है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने केंद्र पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है. सिंह देव ने कहा कि केंद्र ने राज्य से ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों की जानकारी कभी नहीं मांगी और छत्तीसगढ़ में अब तक इस तरह की मौत का कोई रिकॉर्ड नहीं है.
छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान हुई मौतों का फिर से ऑडिट करेगी जिससे यह पता लगाया जा सके कि उनमें से कोई मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है या नहीं. सिंह देव ने कहा कि हम पहले से ही कोविड-19 से संबंधित मौतों का ऑडिट कर रहे हैं. यदि कोई मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है तब हम फिर से इसे ध्यान में रखते हुए ऑडिट करेंगे.
सिंह देव ने कहा कि राज्य में कोविड की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में या बाहर ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौत की जानकारी प्राप्त करने के लिए ऑडिट का विस्तार किया जा रहा है. पारदर्शिता लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार का मूल है और हम पारदर्शिता का पालन करेंगे. केंद्र संसद में कह रहा है कि राज्यों ने उन्हें बताया है (ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है). अगर उन्होंने हमसे इसके बारे में कभी नहीं पूछा तब हम उन्हें कैसे बताते.
दरअसल, केंद्र सरकार ने इस महीने की 20 तारीख को राज्यसभा में कहा था कि कोविड9 की दूसरी लहर के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई भी मौत नहीं हुई. बाद में विपक्षी दलों ने इसे लेकर केंद्र सरकार की आलोचना शुरू कर दी.
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