नई दिल्ली: सीपीएम ने फेसबुक पर डाटाचोरी के आरोपों सहित पिछले कुछ दिनों में उजागर हुये सरकारी गड़बड़ियों के मामलों और अविश्वास प्रस्ताव पर संसद में चर्चा से बचने का सत्तापक्ष पर आरोप लगाया. पार्टी ने कहा कि दोनों सदनों में जारी गतिरोध के लिये विपक्ष को दोषी ठहराना गलत है.


सीपीएम सांसद मोहम्मद सलीम ने आज संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही लगातार 14वें दिन स्थगित होने के बाद कहा कि सत्तापक्ष खुद इस स्थिति के लिये जिम्मेदार है. सलीम ने कहा ‘‘हर बीतते दिन से साफ है कि सत्तापक्ष खुद सदन नहीं चलने देना चाहता है. फेसबुक डाटा चोरी सहित सरकारी गड़बड़ियों से जुड़े नये मामले हर दिन उजागर हो रहे हैं, जिन पर सदन में चर्चा होना चाहिये, लेकिन सत्तापक्ष इससे बचने के लिये सदन नहीं चलने दे रहा है.’’


मोहम्मद सलीम ने कहा कि हर दिन मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है. उन्होंने कहा कि दोनों सदनों की कार्यवाही का सीधा प्रसारण लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी पर होता है. इनकी फुटेज दिखा कर देश की जनता को बताया जाना चाहिये कि सदन में हंगामा करने वाले सदस्य सत्तापक्ष के हैं या विपक्षी दलों के.


सीपीएम सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति से इस गतिरोध को दूर करने के लिये विभिन्न दलों के नेताओं से बातचीत की पहल करने की मांग की. उन्होंने कहा कि एक तरफ कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद कहते हैं कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेताओं से उनके अच्छे संबंध हैं, तब फिर प्रसाद गतिरोध दूर करने के लिये टीआरएस नेताओं से बातचीत क्यों नहीं करते हैं.


मोहम्मद सलीम ने फेसबुक पर डाटा चोरी करने के कथित आरोपों के मामले में कहा कि सोशल मीडिया के मार्फत चोरी किये गये डाटा का चुनाव में इस्तेमाल साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी हुआ था. डिजिटल डाटा की निजता और गोपनीयता के हवाले से उन्होंने इस मामले की विस्तृत जांच कराने की मांग की.