Coronavirus: क्या आप में नहीं है कोरोना के लक्षण या ‘हाई रिस्क’? केन्द्र ने कहा- तो फिर टेस्ट की नहीं है जरूरत
ICMR Advisory On Testing: परामर्श में कहा गया है कि प्वाइंट आफ केयर टेस्ट (घर या स्व-जांच या आरएटी) और मॉल्युकर टेस्ट में एक पॉजिटिव को जांच दोहराये बिना संक्रमित माना जाना चाहिए.
ICMR Advisory: कोविड-19 से संक्रमित पाये गए व्यक्तियों के सम्पर्क में आये लोगों की तब तक जांच करने की जरुरत नहीं जब तक उनकी पहचान आयु या अन्य बीमारियों से पीड़ित होने के चलते ‘‘अधिक जोखिम’’ वाले के तौर पर की गई हो. इसकी सलाह एक नये सरकारी परामर्श में दी गई है. कोविड-19 के लिए उद्देश्यपूर्ण जांच रणनीति के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के परामर्श में कहा गया है कि अंतर-राज्यीय घरेलू यात्रा करने वाले व्यक्तियों को भी जांच कराने की आवश्यकता नहीं है,
इसने कहा कि जांच या तो आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट, सीबीएनएएटी, सीआरआईएसपीआर, आरटी-एलएएमपी, रैपिड मॉलिक्यूलर टेस्टिंग सिस्टम्स या रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) के जरिये की जा सकती है. परामर्श में कहा गया है कि प्वाइंट आफ केयर टेस्ट (घर या स्व-जांच या आरएटी) और मॉल्युकर टेस्ट में एक पॉजिटिव को जांच दोहराये बिना संक्रमित माना जाना चाहिए. इसमें कहा गया है कि लक्षण वाले व्यक्तियों जिनकी घर या स्व जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है उन्हें आरएटी को आरटी-पीसीआर जांच करानी चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- कोरोना के खिलाफ लड़ाई में न हो कोई कमी
इधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि कोविड-19 संक्रमण के मामलों में वृद्धि से लड़ने की तैयारी में कोई कमी न हो. मांडविया ने साथ ही महामारी के निर्बाध प्रबंधन के लिए समग्र तालमेल बनाए रखने पर भी जोर दिया. मांडविया ने साथ ही यह भी दोहराया कि केंद्र कोविड-19 को काबू में करने के लिए राज्यों का सहयोग करने को समर्पित है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश भर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए ईसीआरपी- दो के तहत सहायता प्रदान की है.
भारत कोविड-19 आपातकालीन प्रतिक्रिया एवं स्वास्थ्य प्रणाली तैयारी पैकेज- चरण- दो एक केंद्र प्रायोजित योजना है जो देश भर में चल रही महामारी से उत्पन्न खतरे को रोकने, पता लगाने और इसको लेकर प्रतिक्रिया तथा आपातकालीन प्रतिक्रिया और तैयारियों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए है. महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, गोवा, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव के स्वास्थ्य मंत्रियों, शीर्ष अधिकारियों और सूचना आयुक्तों के साथ बातचीत करते हुए मंडाविया ने कहा, ‘‘जब हम वैश्विक महामारी में बढ़ोतरी से मुकाबला कर रहे तो हमारी तैयारियों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए.’’