भोपाल: बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'चक दे इंडिया' किसे याद नहीं होगी. ये फिल्म एक हॉकी कोच के जज्बे और उसके समर्पण की दास्तान थी. उस फिल्म के रियल लाइफ हीरो और पूर्व भारतीय हॉकी कोच मीर रंजन नेगी अब एक नए मोर्चे पर जूझ रहे हैं. वो इंदौर में हॉकी की नई पौध को मैदान दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.


सपना है कि हॉकी में देश को गोल्ड मेडल मिले और सुविधाओं का आलम ये है कि हॉकी की नई पौध को तैयार करने के लिए मैदान नहीं, बल्कि फुटपाथ मिला है. जिनकी जिंदगी पर बनी फिल्म चक दे इंडिया देश की सबसे सुपरहिट स्पोर्ट्स फिल्म साबित हुई. जिसमें मीर रंजन नेगी का किरदार बॉलीवुड के सबसे बड़े सुपरस्टार शाहरुख खान ने निभाया था.


इंदौर नगर निगम ने खेल का मैदान ही छीन लिया
इस तरह सख्त और सीमेंटेड सतह पर हॉकी की नई नस्ल तैयार करना मीर रंजन नेगी की चॉइस नहीं, मजबूरी है. मजबूरी इसलिए क्योंकि इंदौर नगर निगम प्रशासन ने इनका खेल का मैदान ही छीन लिया. इस पर मीर रंजन नेगी ने कहा, ''हम स्टेडियम नहीं चाहते. एक मैदान चाहते हैं. जिसमें तारबाड़ हो बस. हॉकी ने मुझे बहुत कुछ दिया. मैं विश्वास दिलाता हूं मैं यहां से अंतर्राष्टरीय खिलाड़ी दूंगा.''


मीर रंजन नेगी दो साल पहले मुंबई छोड़कर सिर्फ इसलिए आए थे ताकि वो अपनी कर्मभूमि इंदौर में हॉकी की नई नस्ल तैयार कर सकें. ऐसा वो कर भी रहे हैं लेकिन बिना मैदान के, जबकि फुटपाथ पर हॉकी की ट्रेनिंग के खतरे भी हैं. स्टेडियम जब मिलेगा, तब मिलेगा. मीर रंजन नेगी के सामने ये एक नया चैलेंज है, उनके ऊपर सीमेंट कंकरीट वाली सतह पर चैम्पियन तैयार करने का जिम्मा है.


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