Chandigarh University Viral Video: पंजाब के मोहाली (Mohali) में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (Chandigarh University) की छात्राओं का कथित एमएमएस वायरल होने का मामला काफी गरमा गया है. यूनिवर्सिटी की ही छात्रा पर अपने सहेलियों के आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने का आरोप लग रहा है. छात्रा पर गंभीर आरोप है कि वो हॉस्टल के बाथरूम में नहाती हुई लड़कियों का वीडियो बना लेती थी और फिर शिमला में रह रहे अपने ब्वॉयफ्रेंड को क्लिप भेजती थी. इस घटना के खुलासा होने के बाद काफी हंगामा मचा हुआ है.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं के एमएमएस कांड की घटना (MMS Scandal Case) को लेकर छात्र-छात्राओं ने मोहाली में यूनिवर्सिटी के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि यूनिवर्सिटी की तरफ से पहले ही साफ किया जा चुका है कि छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाए जाने की अफवाहें पूरी तरह से निराधार हैं.
चंडीगढ़ MMS कांड में गिरफ्तारी
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कथित एमएमएस कांड मामले में शिमला से एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार युवक शिमला जिले के रोहड़ू का रहने वाला है. इससे पहले पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की छात्रा को गिरफ्तार किया था. इसी मामले में शिमला से एक 31 वर्षीय युवक को भी पंजाब पुलिस ने सत्यापन के लिए हिरासत में लिया है. जिस लड़की ने कथित तौर पर वीडियो शूट किया था वह भी रोहड़ू की है. पंजाब मुख्मंत्री भगवंत मान ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. बहरहाल इस पर सियासत भी शुरू हो गई और कांग्रेस पंजाब सरकार को घेर रही है.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की रैंकिंग
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की स्थापना साल 2012 में हुई थी. धीरे-धीरे यूनिवर्सिटी की पहचान बनने लगी. ये यूनिवर्सिटी है बहुत ही कम वक्त में बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंच गई थी. महज 10 सालों में ही इस यूनिवर्सिटी ने QS World Rankings 2023 में जगह बनाने में कामयाब रही. क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग 2023 में देश के 41 शैक्षणिक संस्थान सूची में शामिल थे. ये पंजाब से सबसे बेहतर रैंक वाला संस्थान में शामिल था. बहरहाल यूनिवर्सिटी में कथित एमएमएस कांड ने एक झटके में ही संस्थान को बदनामी के कीचड़ में ढकेल दिया है.
मोहाली स्कैंडल ने दिलाई DPS कांड की याद
पंजाब के मोहाली में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की छात्राओं का कथित एमएमएस वायरल होने का मामला इस वक्त काफी सुर्खियों में है. इस कांड ने आज से करीब 18 साल पहले डीपीएस कांड की याद दिला दी है. ये घटना साल 2004 की है. इस कांड में दो स्टूडेंट्स का अश्लील वीडियो सामने आया था. बताया गया था कि दोनों नाबालिग थे. उस वक्त कैमरे वाले मोबाइल का दौर शुरू ही हुआ था. वीडियो को एक छात्र ने अपने कैमरे वाले मोबाइल फोन से इसे रिकॉर्ड किया था. बाद में ये भी सामने आया था कि उस लड़की को कैमरे में रिकॉर्डिंग होने की जानकारी नहीं थी.
2004 में MMS कांड से हिल गया था देश
साल 2004 में हुए पहले एमएमएस कांड (MMS Scandal) ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. इस एमएमएस को शेयर किया जाने लगा था. ये वीडियो उस वक्त अश्लील साइट पर भी वायरल होने लगा था. आईआईटी के एक छात्र ने उस अश्लील वीडियो क्लिप को 'बाजी डॉट कॉम' नामक एक वेबसाइट पर सेल के लिए लिस्ट भी कर दिया था. इस घटना के बाद वहां मोबाइल फोन बैन (Mobile Phone Ban) कर दिया गया था और छात्रों पर जुर्माना भी लगाने की बात कही गई थी. छात्र-छात्राओं को कैमरे वाले मोबाइल फोन देने या न देने को लेकर बहस छिड़ गई थी और काफी बवाल मचा था.
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