चंडीगढ़ छेड़खानी केस: आरोपी विकास बराला और उसके साथी की कोर्ट में पेशी आज
चार अगस्त को विकास और उसके साथ ने कार से वर्णिका की कार का पीछा किया था, लेकिन पुलिस ने संगीन जुर्म के बावजूद हल्की धाराएं लगाकर आरोपियों को थाने से ही जमानत दे दी थी. जिस पर एबीपी न्यूज ने सवाल उठाए थे.
चंडीगढ़: आईएएस ऑफिसर की बेटी वर्णिका कुंडू के साथ छेड़छाड़ और अपहरण की कोशिश के आरोपी विकास बराला और उसके साथी की आज कोर्ट में पेशी होगी. चंडीगढ़ पुलिस ने दोनों को कल ही गिरफ्तार किया है. विकास बराला हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला का बेटा है.
चंडीगढ़ की वर्णिका कुंडु को इंसाफ दिलाने के लिए शुरू की गई एबीपी न्यूज की मुहिम रंग लाई और उनसे छेड़छाड़ और अपहरण की कोशिश करने का आरोपी विकास बराला अब सलाखों के पीछे है. पुलिस ने भारी दबाव पर चार दिन बाद विकास बराला और उसके साथी को कल चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार करने के बाद कल रात इसी सेक्टर 26 थाने में डीजीपी तेजिंदर लूथरा ने नौ घंटे के अंदर दोनों आरोपियों से दोबारा पूछताछ की.
चार अगस्त को विकास और उसके साथ ने कार से वर्णिका की कार का पीछा किया था, लेकिन पुलिस ने संगीन जुर्म के बावजूद हल्की धाराएं लगाकर आरोपियों को थाने से ही जमानत दे दी थी. जिस पर एबीपी न्यूज ने सवाल उठाए थे. चार दिनों बाद होश में आई चंडीगढ़ पुलिस ने गलती सुधारते हुए विकास पर सख्त धाराएं लगा दी.
चंडीगढ़ पुलिस ने अब विकास बराला पर अपहरण की कोशिश की धारा 365 और आईपीसी की धारा 511 के तहत भी मामला दर्ज किया है. दोनों गैरजमानती धाराएं हैं. साथ ही चंडीगढ़ पुलिस ने अब ये भी मान लिया है कि घटना वाली रात विकास ने न सिर्फ वर्णिका की गाड़ी का पीछा किया था, बल्कि शराब भी पी रखी थी.
इस बीच कल रात चंडीगढ़ के डीएसपी सतीश कुमार वर्णिका कुंडू के घर पहुंचे. करीब ढाई घंटे तक घर पर मौजूद रहे डीएसपी ने किस सिलसिले में मुलाकात की, फिलहाल इसका उन्होंने खुलासा नहीं किया.
विकास और उसके साथी की गिरफ्तारी के बाद से वर्णिका और उनका परिवार पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट है. विकास बराला और उसके साथी आशीष को चंडीगढ़ के सेक्टर 26 के थाने में रात भर रखा गया.
क्या है पूरा मामला? चंडीगढ़ में बीते शनिवार की रात करीब 12.15 बजे IAS की बेटी वर्णिका कुंडू से छेड़छाड़ हुई थी. छेड़छाड़ का आरोप हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त पर लगा है. वारदात के बाद पुलिस ने विकास बराला के गिरफ्तारी कर लिया था, लेकिन कुछ देर बाद उनको जमानत पर रिहा कर दिया गया था. इसके बाद विवाद खड़ा हो गया था. विपक्ष लगातार बीजेपी पर आरोपी को बचाने का आरोप लगा रहा है और सुभाष बराला के इस्तीफे की मांग कर रहा है.