(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
लड़कियों को रात में ना निकलने की सलाह देने वाले को किरण खेर का 'करारा जवाब'
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य दीपेंद्र हुड्डा की ओर से चंडीगढ़ का मुद्दा उठाए जाने के बाद किरण खेर ने कहा, ‘‘हम एक पार्टी के तौर पर कभी महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ नहीं बोलते.
नई दिल्ली: बीजेपी सांसद किरण खेर ने आज कहा कि लड़कों को रात के समय बाहर निकलने से रोका जाना चाहिए क्योंकि वे समस्या पैदा कर रहे हैं. चंडीगढ़ में एक लड़की का पीछा किए जाने की घटना के बाद बीजेपी के एक नेता की ओर से लड़कियों के रात में बाहर निकलने पर सवाल किए जाने को लेकर किरण खेर ने यह बात कही.
It is a social issue, don't make it political, it is across party lines: Smt. Kirron Kherhttps://t.co/5iXlxyThd4
— Kirron Kher (@KirronKherBJP) August 10, 2017
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य दीपेंद्र हुड्डा की ओर से चंडीगढ़ का मुद्दा उठाए जाने के बाद किरण खेर ने कहा, ‘‘हम एक पार्टी के तौर पर कभी महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ नहीं बोलते. मुझे लगता है कि लड़कियों को रात में बाहर नहीं निकलने देने की बात पूरी तरह से गलत है. लड़के समस्याएं पैदा कर रहे हैं इसलिए लड़कों को रात में बाहर नहीं निकलने दिया जाए. लड़कियों को निकलने दिया जाए.’’
हरियाणा बीजेपी उपाध्यक्ष ने दिया था ये बयान
गौरतलब इस घटना के बाद हरियाणा बीजेपी के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी ने कहा था कि लड़कियों को बाहर नहीं निकलना चाहिए. इस मामले का मुख्य आरोपी विकास बराला हरियाणा प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष का बेटा है.
पुलिस ने तुरंत कदम उठाया मैं इसकी तारफी करती हूं: किरण खेर
किरण खेर ने कहा, ‘‘इस मामले में पुलिस ने तुरंत कदम उठाया. मैं इसकी तारीफ करती हूं. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पुलिस, राज्यपाल और प्रशासन को निर्देश दिया कि किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव को तवज्जो नहीं दी जाए.’’
मैं इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करना चाहती: किरण खेर
चंडीगढ़ से सांसद ने कहा, ‘‘मामले को लेकर आलोचना कर रहे लोगों को याद रखना चाहिए कि जांच की एक प्रक्रिया होती है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करना चाहती. यह मेरी पार्टी और आपकी पार्टी का मामला नहीं है. एक सामाजिक मुद्दा है.’’ शून्य काल के दौरान कांग्रेस सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने चंडीगढ़ की घटना का मुद्दा उठाया और कहा कि इस घटना की पीड़िता के चरित्रहनन की कोशिश की गई.