Chandigarh University MMS Case: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुए एमएमएस कांड (MMS Scandal) से पूरे देश में गुस्से का माहौल है. गर्ल्स हॉस्टल की ही एक लड़की पर दूसरी लड़कियों के नहाते वक्त का वीडियो बनाने का आरोप है. आरोप है इस लड़की ने कई लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो बनाए और अपने एक दोस्त को शेयर कर दिए. जैसे ही इस बात का खुलासा हुआ तो विश्वविद्यालय में हंगामा शुरू हो गया. चलिए अब आपको इस केस से जुड़ी 10 बड़ी बातें बताते हैं.
रात 2 बजे शुरू हुआ हंगामा
मोहाली में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में रात 2 बजे से उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब पता चला कि हॉस्टल की 5 से 6 छात्राओं का नहाते वक्त का वीडियो बनाकर वायरल किया गया है. बताया गया कि लड़की ने वीडियो बनाकर अपने जान पहचान वाले लड़के के पास भेज दिया. इस मामले पर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर (University Campus) में जमकर हंगामा किया.
पुलिस ने किया छात्रों पर लाठीचार्ज
वीडियो सामने आने के बाद छात्राएं हॉस्टल से बाहर आ गईं. उन्होंने 'वी वान्ट जस्टिस' के नारे लगाए और यूनिवर्सिटी को घेर लिया. पुलिस को बुलाया गया. पुलिस ने छात्राओं को शांत करने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस की पीसीआर टीमों की गाड़ियां पलट दीं. पुलिस को प्रदर्शनकारी छात्रों को शांत करने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा. परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है.
यूनिवर्सिटी ने कहा- किसी ने नहीं की आत्महत्या की कोशिश
यूनिवर्सिटी में अब बवाल और तेज हो गया. इसी बीच ये खबर आई कि कुछ छात्राओं ने आत्महत्या करने की कोशिश की है. हालांकि, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी और पंजाब पुलिस ने इस बात से इनकार कर दिया. विश्वविद्यालय का कहना है कि सच्चाई यह है कि किसी भी लड़की ने इस तरह की कोशिश नहीं की है और ना ही किसी छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
'आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला है'
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ने कहा है कि छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो शूट किए जाने की अफवाहें पूरी तरह से निराधार और गलत हैं. उसका कहना है कि किसी भी छात्रा का कोई वीडियो नहीं पाया गया है, जो आपत्तिजनक हो. उसका कहना है कि केवल एक वीडियो ही मिला है, जो उस छात्रा का खुद का है, जिसे उसने प्रेमी के साथ शेयर किया था.
'वायरल वीडियो आरोपी छात्रा का है'
विश्वविद्यालय प्रशासन जैसा ही दावा मोहाली के पुलिस प्रमुख ने भी किया है. मोहाली के एसएसपी विवेक शील सोनी ने कहा कि यह बात गलत है कि कई लड़कियों के वीडियो बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि हमारी जांच में ऐसा कोई दूसरा वीडियो सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि जो वीडियो वायरल हुआ है, वह आरोपी छात्रा का खुद का है.
शिमला के लड़के का आरोपी लड़की से कनेक्शन
एडीजीपी गुरप्रीत देव का कहना है कि आरोपी लड़की को शिमला का एक लड़का जानता है. लड़के को गिरफ़्तार किया जाएगा और फोन की फोरेंसिक जांच होगी, तब सब कुछ साफ हो जाएगा. फोरेंसिक टीम से डिलीट किया गया वीडियो भी सामने लाने की संभावना है.
'ये गहन जांच का विषय है'
राज्य महिला अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि मामले में झूठ फैलाया गया कि कुछ बच्चियों ने आत्महत्या कर ली है. ये सब अफवाह है, न किसी बच्ची ने आत्महत्या की और न ही कोई अस्पताल में है. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा, "अगर ये सब पहले से चल रहा था तो मैं आपको आश्वासन देती हूं कि ये गहन जांच का विषय है और इस मामले पर मेरी नजर रहेगी."
CM मान ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
भगवंत मान ने ट्वीट किया- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सुनकर दुख हुआ. हमारी बेटियां सम्मान हैं. घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने कहा- मैं प्रशासन के संपर्क में हूं और सभी से अफवाहों से बचने की अपील करता हूं.
सीएम केजरीवाल ने क्या कहा
इस मामले पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एक लड़की ने कई छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड करके वायरल किए हैं. ये बेहद संगीन और शर्मनाक है. इसमें शामिल सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. पीड़ित बेटियां हिम्मत रखें. हम सब आपके साथ हैं. सभी संयम से काम लें.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
इस मामले में अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने पंजाब पुलिस महानिदेशक (DGP) को चिट्ठी लिखकर इस मामले में दोषियों के खिलाफ तेज और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर से भी कहा कि वह इस मामले में दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करें.
ये भी पढ़ें-