नई दिल्ली: चंद्रयान-2 को लेकर पूरा देश उत्साहित है. देश गर्व के उस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. 7 सितंबर की रात 1 बजकर 55 मिनट पर चांद की धरती पर भारत का स्पेसक्राफ्ट चंद्रयान-2 उतरने वाला है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रात में चंद्रयान-2 की लैंडिंग का साक्षी बनने के लिए बेंगलुरु में इसरो के सेंटर में वैज्ञानिकों के साथ मौजूद रहेंगे.


इससे पहले पीएम मोदी ने इस ऐतिहासिक पल में देशवासियों को गवाह बनने की अपील की है. प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिकों को बधाई दी है और देश के लोगों से अनुरोध किया कि सभी देर रात चंद्रयान-2 की लैंडिंग देखें और इस दौरान अपनी तस्वीर क्लिक कर ट्वीट करें. पीएम मोदी का कहना है कि वह उन तस्वीरों को रिट्वीट करेंगे.





पीएम मोदी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, '' 130 करोड़ हिंदुस्तानी जिस पल का इंतजार कर रहे थे, वह कुछ ही घंटे दूर है. चंद्रयान-2 आज रात चांद के दक्षिणी हिस्से की सतह पर उतरेगा. भारत और दुनिया एक बार फिर हमारे वैज्ञानिकों के दम को देखेगी.''


पीएम मोदी ने कहा, '' मैं भी इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए बेंगलुरु में इसरो सेंटर में मौजूद रहूंगा. उनके साथ स्कूली बच्चे भी होंगे, जिनमें भूटान से आए बच्चे भी शामिल होंगे.'' प्रधानमंत्री मोदी ने आगे लिखा, '' 22 जुलाई 2019 को जब चंद्रयान-2 लॉन्च हुआ तब से लेकर अब तक मैंने इस मिशन पर करीब से नजर रखी है. इस मिशन की सफलता करोड़ों हिंदुस्तानियों को फायदा पहुंचाएगी.''


कैसे चांद के करीब पहुंचा चंद्रयान-2?


चंद्रयान 14 अगस्त पृथ्वी की कक्षा से चांद की ओर बढ़ा. धरती से चांद के करीब पहुंचने में उसे 23 दिन लगे. 20 अगस्त को चंद्रयान-2 चांद की कक्षा में पहुंचा. 23 अगस्त को चांद की सतह के विशाल गड्ढों (क्रेटर) की तस्वीर ली. इसे चांद की कक्षा में स्थापित होने में 7 दिन लगे. इसके बाद इसने 13 दिनों तक चांद का चक्कर लगाया. 2 सितंबर को लैंडर ऑर्बिटर से अलग हुआ.


बहुत ही कम खर्च में इसरो ने मिशन चंद्रयान को लॉन्च किया है. मिशन चंद्रयान 2 का बजट 680 करोड़ रुपये है. घरती से चांद की कुल दूर 3 लाख 84 हजार किलोमीटर है, जिसे चंद्रयान 2 तय करने वाला है.


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