Chandrayaan-3 Landing Highlights: 30 किमी की ऊंचाई से 1.68 km प्रति सेकंड की स्पीड से होगी चंद्रयान 3 की लैंडिंग, देश को बेसब्री से इंतजार
Chandrayaan-3 Moon Landing Highlights: 23 अगस्त दिन बुधवार की शाम भारत के लिए खास होने वाली है. इस दिन चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर चांद की सतह पर लैंड करेगा. इसरो ने 14 जुलाई को इसे लॉन्च किया था.
इसरो अहमदाबाद के निदेशक नीलेश एम.देसाई ने चांद पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग को लेकर अहम जानकारी दी. उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 30 किमी की ऊंचाई से 1.68 किमी प्रति सेकंड की गति से उतरना शुरू करेगा. जब तक यह चंद्रमा की सतह पर टचडाउन पर पहुंचेगा, गति लगभग 0 तक कम हो जाएगी.
Chandrayaan-3 Landing Live: सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक की टीम ने 23 अगस्त को चंद्रयान-3 मिशन की लैंडिंग से पहले सैंड आर्ट बनाकर शुभकामनाएं दीं.
Chandrayaan-3 Landing Live: 23 अगस्त को चंद्रयान-3 मिशन की लैंडिंग से पहले आज उत्तराखंड के ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन घाट पर हाथों में तिरंगा लेकर गंगा आरती की गई.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "चंद्रयान-3 मिशन पूरे देश के लिए गर्व की बात है. इसरो की टीम भारत की है. उनकी कड़ी मेहनत देश की प्रगति का प्रमाण है जो लोगों, वैज्ञानिकों और अर्थशास्त्रियों से आई है, न कि किसी राजनीतिक इकाई से. इस मिशन में बंगाल समेत देशभर के वैज्ञानिकों ने काफी योगदान दिया है. मैं उन सभी के प्रयासों की सराहना करती हूं, जिन्होंने भारत के चंद्र अन्वेषण को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत की है. चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने के करीब पहुंच रहा है, हम सभी को एक साथ खड़े होकर इसकी सफल सॉफ्ट लैंडिंग के लिए जयकार करनी चाहिए."
भोपाल साइंस सेंटर के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर साकेत सिंह कौरव ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों ने इसके लिए कड़ी मेहनत की है और यह जरूर सफल होगा. चंद्रमा का साउथ पोल बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वहां पानी होने की संभावना है. यहां स्क्रीन लगाई गई है, जो चंद्रयान-3 मिशन के बारे में पूरी जानकारी देती है.
Chandrayaan-3 Landing Live: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन एक बहुत बड़ी सफलता है. 23 अगस्त को जब इसकी सफल लैंडिंग होगी तो हम सभी जश्न मनाएंगे.
देश भर में लोग चंद्रयान-3 की लैंडिंग का इंतजार कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश में 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में लोगों ने नमाज अदा की.
विक्रम लैंडर इमेजर कैमरा 4 से एक बार फिर चांद की बेहद खूबसूरत तस्वीरें सामने आई हैं. ISRO ने ट्वीट कर इन्हें शेयर किया है. यह तस्वीरें चंद्रमा पर लैंडिंग से एक दिन पहले सामने आई हैं.
साउथ इंडिया में रूसी महावाणिज्य दूत ओलेग निकोलाइविच अवदीव (Oleg Nikolayevich Avdeev) ने चंद्रयान-3 मिशन को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वह चंद्रयान-3 की लैंडिंग के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. उन्हें यकीन है कि यह मिशन सफल होगा. उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि भारत के लिए एक बहुत ही उपयोगी चांद मिशन होगा. यह एक बड़ी सफलता होगी.
चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, “ये देश के लिए बेहद ही खुशी का पल है कि चंद्रयान-3 कल लैंडिंग करेगा. मैं भगवान से इसकी सफल लैंडिंग की प्रार्थना करता हूं. पूरा देश इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है.”
मिशन चंद्रयान-3 के बारे में अपडेट देते हुए इसरो ने कहा, "मिशन शेड्यूल के हिसाब से चल रहा है. सिस्टम को रेगुलर चेक किया जा रहा है. स्मूद सेलिंग जारी है. मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स) ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ है! MOX/ISTRAC पर लैंडिंग ऑपरेशन का सीधा प्रसारण 23 अगस्त को 17:20 बजे शुरू होगा."
मिशन चंद्रयान-3 पर एस्ट्रोनॉमर प्रोफेसर केसी कपूर ने कहा, “लैंडर और रोवर फिलहाल चंद्रमा की प्री-लैंडिंग ऑर्बिट में चक्कर लगा रहे हैं. इन्हें (लैंडर और रोवर) पिछली बार की स्थिति को परखकर तैयार किया गया है. एल्गोरिथम को बग फ्री बनाया गया है. इसके अलावा, लेग मैकेनिज्म जो कि लैंडर के डिजाइन का एक प्रमुख हिस्सा है, उसे भी मजबूत बनाया गया है.”
शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने 23 अगस्त को चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए मुंबई के चंद्रमौलेश्वर शिव मंदिर में हवन किया.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए चंद्रयान 3 मिशन पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, "ये देश के लिए बहुत बड़ी बात है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. सालों तक हमारे वैज्ञानिकों ने इस प्रोजेक्ट पर बहुत मेहनत की है. वे सभी सराहना के पात्र हैं. सरकार चाहे कांग्रेस की हो या बीजेपी की, हमारा कर्तव्य है कि हम उनका (वैज्ञानिकों) समर्थन करें.''
चंद्रयान-3 पर स्पेस एप्लीकेशन्स सेंटर- इसरो के निदेशक नीलेश देसाई का कहना है, “लैंडर 23 अगस्त को 30 किमी की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर उतरने की कोशिश करेगा और उस समय इसका वेग 1.68 किमी/सेकंड होगा. हमारा ध्यान उस गति को कम करने पर होगा क्योंकि चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल भी इसमें भूमिका निभाएगा. अगर हम उस गति को नियंत्रित नहीं करते हैं तो क्रैश लैंडिंग की संभावना होगी. अगर 23 अगस्त को कोई भी हेल्दी पैरामीटर (लैंडर मॉड्यूल का) असामान्य पाया जाता है तो हम लैंडिंग को 27 अगस्त तक के लिए स्थगित कर देंगे.”
वाराणसी में स्थानीय लोगों ने 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए 'हवन' किया.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव एस सोमनाथ ने मंगलवार (22 अगस्त) को नई दिल्ली में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष जितेंद्र सिंह से मुलाकात की और उन्हें लैंडिंग की तैयारी के बारे में जानकारी दी. चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग 23 अगस्त, 2023 को निर्धारित है.
चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण किया जाएगा. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शिक्षकों के साथ छात्रों को भी इसकी लैंडिंग लाइव दिखाई जाएगी. शासन ने इसका आदेश जारी कर दिया है.
चंद्रयान 3 की लैंडिंग पर अभिनेत्री करीना कपूर खान ने कहा, "ये भारत के लिए एक महान क्षण है और हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है. हम सभी इसे देखने का इंतजार कर रहे हैं. मैं अपने बच्चों के साथ इसे देखने करने जा रही हूं."
इसरो चंद्रयान-3 की लैंडिग के प्रसारण की योजना भी बना रहा है. बुधवार (23 अगस्त) को 1720 IST (1150 GMT) से ये लैंडिंग शुरू हो जाएगी.
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार प्राइवेट स्पेस लॉन्च और स्पेस से संबंधित बिजनेस को देश में बढ़ावा देना चाहती है. ऐसे में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग और भी महत्वूपूर्ण हो जाती है. जब मून मिशन लॉन्च हुआ था तो पीएम मोदी ने कहा था, इसरो भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिख रहा है और हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठा रहा है.
अगर कल यानी बुधवार की शाम को इसरो अपना चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चांद पर लैंड कर जाता है तो पूर्व यूएसएसआर, अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा जो चांद पर लैंड करेगा. इस तरह से भारत अपनी स्पेस पावर को भी दिखा सकेगा.
47 सालों में रूस का पहला मून मिशन पिछले सप्ताह तब फेल हो गया जब उसका लूना-25 अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इससे पहले जापान की एक स्टार्टअप स्पेस एजेंसी ने अप्रैल के महीने में प्रयास किया था लेकिन वो भी विफल हो गई.
साउथ पोल पर लैंडिंग इतना आसान नहीं है. ये उबड़-खाबड़ इलाका जटिलताओं भरा हुआ है. इसरो के वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्होंने ऐसे एडजस्टमेंट्स किए हैं जिससे यह संभावना बढ़ गई है कि मौजूदा मिशन अपनी लैंडिंग सफलतापूर्वक कर सकेगा. इसमें संभावित लैंडिंग क्षेत्र को व्यापक बनाने की प्रणाली शामिल है. लैंडर को इन जटिलताओं से बचाने के लिए अधिक ईंधन और मजबूत पैरों वाला बनाया गया है.
चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने का भारत का पिछला प्रयास 2019 में विफल रहा था. चंद्रयान -2 ने सफलतापूर्वक एक ऑर्बिटर तैनात किया था, लेकिन इसके लैंडर और रोवर एक दुर्घटना में नष्ट हो गए, जहां चंद्रयान -3 लैंडिंग का प्रयास करेगा.
बैकग्राउंड
Chandrayaan-3 Mission Highlights: भारत का तीसरा चांद का मिशन चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. विक्रम लैंडर ने दूसरी बार सफलापूर्वक डिबूस्टिंग को पूरा कर लिया है. इसरो ने कहा कि चंद्रमा पर जाने वाला भारतीय अंतरिक्ष यान अब तक सही से काम कर रहा है.
इसरो ने दावा किया कि चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह पर सही तरीके से लैंड करेगा और लैंडिंग के दिन किसी भी अनहोनी की आशंका नहीं है. इसरो ने बताया कि चंद्रयान -2 के ऑर्बिटर में चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल स्थापित हो गया है. दोनों के बीच संचार भी स्थापित हो गया है.
23 को नहीं तो 27 अगस्त को हो सकती है लैंडिंग
इसरो के अहमदाबाद केंद्र के निदेशक निलेश एम देसाई ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग को लेकर अपडेट देते हुए कहा कि 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की लैंडिंग से कुछ घंटे पहले निर्णय लिया जाएगा कि लैंडिंग के लिए उचित समय है या नहीं. ये लैंडर मॉड्यूल की स्थिति और चंद्रमा के हालात पर निर्भर करेगा और अगर उस समय कोई भी कारक अनुकूल नहीं लगता है तो फिर 27 अगस्त को मॉड्यूल को चंद्रमा पर उतारा जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि हालांकि 23 अगस्त को लैंडिंग में कोई समस्या आनी तो नहीं चाहिए.
चांद के साउथ पोल पर नहीं पहुंचा कोई
चांद के साउथ पोल पर अभी तक कोई नहीं पहुंचा है. चांद के इसी दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल को उतरकर खोजबीन करनी है. लैंडिंग के बाद ये इस जगह पर मौजूद खनिजों के बारे में पता लगाएगा और डेटा इसरो के पास भेजेगा.
चंद्रयान-2 मिशन को 2019 में भेजे जाने के समय इसरो प्रमुख रहे के. सिवन ने कहा कि रूस के लूना-25 चंद्र मिशन की नाकामी का भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-3 अभियान पर कोई असर नहीं पड़ेगा. चंद्रयान-3 मिशन योजना के मुताबिक आगे बढ़ रहा. सॉफ्ट लैंडिंग योजना के अनुसार होगी. हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार (चंद्रयान-2) के उलट यह (सतह पर उतरने में) सफल रहेगा.
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