Chandrayaan 3 Highlights: चंद्रयान-3 के लैंडर से बाहर आया प्रज्ञान रोवर, सफल लैंडिंग के साथ दुनिया में भारत की धाक
Chandrayaan 3 Landing on Moon Highlights: भारत के चंद्रयान-3 ने इतिहास रचते हुए चांद के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग की है. ऐसा करने वाला भारत पहला देश बन गया है. इस सफलता पर पूरे देश में जश्न का माहौल है.
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इसरो का दौरा किया और वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए बधाई दी. डीके शिवकुमार को चंद्रयान परियोजना के बारे में जानकारी दी गई और वैज्ञानिकों के बीच सार्थक खुशी के क्षण देखे गए. कर्नाटक उपमुख्यमंत्री ने कहा, " विक्रम लैंडर को चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतारने की आपकी उपलब्धि सराहनीय है. आप भारत का गौरव हैं. परियोजना के लिए कड़ी मेहनत करने वाले इसरो के सभी वैज्ञानिकों और कर्मचारियों के प्रयास अविस्मरणीय हैं. इसरो को उनकी कड़ी मेहनत के लिए बधाई."
भारत में चीन के दूतावास ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए बधाई दी है. चीनी दूतावास ने ट्वीट किया कि चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के लिए भारत को बधाई.
चंद्रयान-3 मिशन की सफल लैंडिंग पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि जहां इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प है, वहां चांद भी ज्यादा दूर नहीं है. चंद्रयान-3 की सफलता इसे संदेह से परे स्थापित करती है. इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई.
चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर से रोवर बाहर निकल रहा है.
इसरो ने चंद्रयान-3 के लैंडिंग इमेजर कैमरा से लैंडिंग के बाद की तस्वीर जारी की है. इसमें चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट का एक हिस्सा दिखाया गया है. इस फोटो में एक लैग और उसके साथ की परछाई भी दिखाई दे रही है. चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर अपेक्षाकृत समतल क्षेत्र चुना है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर भारत सरकार को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इस सफलता के लिए भारत को बधाई. पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि चंद्रयान-3 पर सफल लैंडिंग के अवसर पर मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें. ये अंतरिक्ष अन्वेषण में एक बड़ा कदम है और निश्चित रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत द्वारा की गई प्रभावशाली प्रगति का प्रमाण है. कृपया नई उपलब्धियों के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के नेतृत्व और कर्मचारियों को मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दें.
इसरो ने चंद्रमा पर उतरते समय चंद्रयान-3 के लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे द्वारा ली गई चंद्रमा की तस्वीरें जारी कीं. इसरो का कहना है कि Ch-3 लैंडर और MOX-ISTRAC, बेंगलुरु के बीच संचार लिंक स्थापित हो गया है.
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने ट्वीट किया, "मानव इतिहास का अविस्मरणीय पल, अतुलनीय उपलब्धि. आजादी के अमृतकाल में भारत के उदय का प्रतीक. चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग कराकर हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और इसरो ने गौरव का क्षण दिया. इसकी स्मृति सृष्टि की उम्र भर रहेगी. इससे जुड़े सभी वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं को बधाई. जय हिंद."
चंद्रयान-3 के लैंडर की चांद के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग हो गई है. अब कुछ ही देर में विक्रम लैंडर के अंदर से प्रज्ञान रोवर बाहर निकलेगा और चांद पर छानबीन करेगा.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसरो और मिशन में शामिल सभी लोगों को बधाई दी और कहा कि यह एक अविस्मरणीय क्षण है और वैज्ञानिकों ने इतिहास रचकर भारत को गौरवान्वित किया है. ये एक ऐसी घटना है जो जीवनकाल में एक बार होती है. मैं इसरो, चंद्रयान-3 मिशन में शामिल सभी लोगों को बधाई देती हूं और उन्हें आगे और बड़ी उपलब्धियां हासिल करने की शुभकामनाएं देती हूं.
इसरो के चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं इसरो वैज्ञानिक को इस सफलता के लिए बधाई देता हूं. यह नया भारत है और जिसकी भुजाएं मंगल से चंद्रमा तक फैली हुई हैं.
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह हमारे महान राष्ट्र के नागरिक के रूप में बेहद गर्व की बात है कि मैंने आज चंद्रमा पर चंद्रयान 3 की लैंडिंग देखी. चंद्र मिशन की सफलता ने भारत को चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करने वाले देशों के एक चुनिंदा समूह में शामिल कर दिया है. यह और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की है. य ह राष्ट्र की प्रगति में एक मील का पत्थर दर्शाता है. मेरा इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर टीम इसरो और वैज्ञानिक समुदाय को हार्दिक बधाई. उन्होंने पूरे देश को गौरवान्वित किया है.
योग गुरु रामदेव ने कहा कि यह भारत को दुनिया की महाशक्ति बनने की दिशा में बड़ा कदम है. आज जो इतिहास रचा गया है वह 140 करोड़ भारतीयों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है.
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इसरो के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि टीम इसरो को मुबारकबाद, यह हम भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है. भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों की लंबी विरासत में एक और बड़ा योगदान.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बधाई दी. उन्होंने कहा, "मैं चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं."
चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है और सभी देशवासी बहुत गौरव महसूस कर रहे हैं.
चंद्रयान-3 की सफलता पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि पीएम मोदी ने हम सभी को बधाई दी और कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से आकर हममें से प्रत्येक को बधाई देना चाहेंगे. इसरो का अगला मिशन आदित्य एल-1 मिशन है जो श्रीहरिकोटा में तैयार हो रहा है,
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया कि 1962 में शुरू हुए भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम ने आज चंद्रयान 3 के रूप में एक नई ऊंचाई तय की. पूरा देश आज भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की इस गौरवशाली यात्रा पर गर्व महसूस कर रहा है. सभी देशवासियों के लिए खुशी का क्षण है. सभी वैज्ञानिकों व देशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं. जय हिन्द, जय भारत.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि आज की इस बड़ी उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग हमारे वैज्ञानिक समुदाय की दशकों की जबरदस्त प्रतिभा और कड़ी मेहनत का परिणाम है. 1962 के बाद से, भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम नई ऊंचाइयों को छू रहा है और युवा सपने देखने वालों की पीढ़ियों को प्रेरित कर रहा है.
चंद्रयान-3 की सफलता के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ़्रीका से इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को फोन कर बधाई दी.
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग नए भारत की सामर्थ्य और शक्ति का सशक्त प्रदर्शन है. प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में इसरो के वैज्ञानिकों ने वह कर दिखाया जो कोई नहीं कर सका. चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव अब तक दुनिया के लिए असंभव था, लेकिन हमारे दूरदर्शी वैज्ञानिकों ने इसे संभव कर दिखाया है. वसुधैव कुटुम्बकम् की पवित्र भावना के साथ मैं इसरो के सभी वैज्ञानिकों को इस सफलता के लिए बधाई और देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं.
पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर बधाई दी. उन्होंने कहा, "हम वास्तव में उत्साहित हैं. हम लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रहे थे. मैं बहुत खुश हूं."
चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तालियां बजाईं.
चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खड़े होकर तालियां बजाईं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग कार्यक्रम को देखा. इसरो के तीसरे चंद्र मिशन ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की.
इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग पर पीएम मोदी ने कहा कि कभी कहा जाता था चंदा मामा बहुत दूर के हैं, अब एक दिन वो भी आएगा जब बच्चे कहा करेंगे चंदा मामा बस एक टूर के हैं.
दिल्ली: चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने पर कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जश्न शुरू.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिशन चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की है.
इसरो ने ट्वीट किया कि चंद्रयान-3 मिशन अपनी मंजिल पर पहुंच गया है. चंद्रयान-3 सफल रहा. चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए पूरे देश को बधाई.
पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग ऐतिहासिक है. ये पल भारत का है, इसके लोगों का है.
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग पर कहा कि भारत अब चांद के साउथ पोल पर है.
चांद के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हो गई है. पूरे देश में जश्न शुरू हो चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका से ISRO केंद्र में जुड़े हैं. पीएम मोदी चंद्रयान 3 की लैंडिंग प्रक्रिया देख रहे हैं. पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग में हैं.
इसरो ने कहा कि अब तक सब कुछ प्लान के हिसाब से हो रहा है. पीएम मोदी साउथ अफ्रीका से वीसी के जरिए जुड़े हुए हैं.
इसरो ने कहा कि लैंडर अपनी स्पीड अनुमानित तरीके से कम कर रहा है और बेहद अच्छे तरीके से नीचे जा रहा है. ग्राउंड से अब कोई कमांडिंग नहीं की जा रही है. अभी रफ ब्रेकिंग फेज में हैं.
चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की लैंडिंग प्रक्रिया अच्छे से शुरू हो गई है. इसरो ने कहा कि लैंडर विक्रम का पावर डिसेंट चरण शुरू हो गया है. लैंडर अपनी स्पीड अनुमानित तरीके से कम कर रहा है. अभी ग्राउंड से कोई कमांडिंग नहीं की जा रही है.
लैंडर मॉड्यूल (एलएम) की लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसकी 6 बजकर 4 मिनट पर चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग होगी.
बेंगलुरु में इसरो के मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स से चंद्रयान 3 मिशन की लैंडिंग इवेंट का लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा है.
चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की लैंडिंग देखने के लिए दिल्ली में CSIR मुख्यालय में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह मौजूद हैं.
चांद पर चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की लैंडिंग प्रक्रिया का लाइव टेलीकास्ट चल रहा है. इसरो इस मिशन की जानकारी दे रहा है. इसरो ने बताया कि 14 जुलाई 2023 को सफल लॉन्चिंग के बाद 5 अगस्त को चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया था.
चांद पर चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की लैंडिंग प्रक्रिया का सीधा प्रसारण इसरो वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, फेसबुक पर शुरू हो गया है.
चांद पर चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की लैंडिंग प्रक्रिया का सीधा प्रसारण 5:20 बजे शुरू होगा. ये इसरो वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, फेसबुक और सार्वजनिक प्रसारक डीडी नेशनल टीवी पर देखा जा सकता है.
चांद पर चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की लैंडिंग में एक घंटे से भी कम समय बाकी है. इसरो ने बताया था कि लगभग 150 से 100 मीटर की ऊंचाई पर पहुंचने पर लैंडर अपने सेंसर और कैमरों का इस्तेमाल कर सतह की जांच करेगा कि कोई बाधा तो नहीं है. फिर सॉफ्ट-लैंडिंग करने के लिए नीचे उतरना शुरू कर देगा.
इसरो ने बताया है कि ऑटोमैटिक लैंडिंग सीक्वेंस (एएलएस) शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार. लैंडर मॉड्यूल (एलएम) के लगभग 5.44 बजे लैंडिंग के लिए निर्धारित बिंदु पर पहुंच जाएगा.
चांद के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग में करीब एक घंटे का वक्त बाकी है. चंद्रयान-3 की लैंडिंग का इसरो के अलग-अलग प्लेटफॉर्म, डीडी पर 5:20 बजे से सीधा प्रसारण शुरू होगा.
गायक कैलाश खेर ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग से पहले भारतीयों के लिए एक गाना समर्पित किया. उन्होंने कहा कि भारत से प्यार करने वालों के लिए यह गर्व का क्षण है कि चंद्रयान उतरने जा रहा है. विज्ञान और अंतरिक्ष जटिल विषय हैं लेकिन मैं अपने साथी भारतीयों को सलाम करता हूं क्योंकि वे काम कर रहे हैं. इसके लिए वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं. सभी भारतीयों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं. भारत कुछ ही देर में एक रिकॉर्ड बनाने वाला है.
चंद्रयान-3 मिशन पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह भारत के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि आजादी के बाद से देश में इंजीनियरिंग तकनीक पर जोर दिया गया है. मैं वैज्ञानिकों को अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं और चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना करता हूं.
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ये निश्चित रूप से हम सभी के लिए गर्व का क्षण है. यह इसरो का एक बड़ा मिशन है. हमें अपने इंजीनियरों और वैज्ञानिकों पर गर्व है.
चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला है. ये हिस्सा है जहां अभी तक कोई नहीं पहुंचा. माना जाता है कि दक्षिणी ध्रुव पर पानी और बर्फ के बड़े भंडार हैं. यहां मौजूद पानी इसलिए जरूरी है कि क्योंकि इसे पेयजल, ऑक्सीजन और रॉकेट ईंधन के तौर पर हाइड्रोजन जैसे संसाधनों में तब्दील किया जा सकता है.
चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर CSIR के वरिष्ठ वैज्ञानिक सत्यनारायण ने कहा कि हम चंद्रमा की सतह को छूने वाले चार देशों के विशिष्ट समूह में शामिल होने जा रहे हैं. असफलताएं सबक देती हैं. हमने बहुत कुछ सीखा है. इसरो ने चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग कराने के लिए पर्याप्त सावधानी बरती है.
जम्मू-कश्मीर में चंद्रयान-3 की सफल चंद्र लैंडिंग के लिए लोगों ने श्रीनगर के हजरतबल दरगाह में नमाज अदा की है.
दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने ब्रिक्स सम्मेलन में कहा कि मैं भारत को बधाई देना चाहता हूं, खासकर जब आप अंतरिक्ष में सहयोग की आवश्यकता के बारे में बोलते हैं, तो कुछ ही घंटों में भारत का अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरेगा. हम आपको बधाई देते है. ब्रिक्स परिवार के रूप में यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है और हम आपके साथ खुश हैं. हम इस महान उपलब्धि की खुशी में आपके साथ हैं.
चंद्रयान 3 पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की महानता एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित हो रही है. हम अपने वैज्ञानिकों और टीम इंडिया को बधाई देते हैं, जो इस असंभव उपलब्धि को निर्बाध रूप से संभव बनाने के लिए इसरो के नेतृत्व में जुटे हैं. हमें अपने वैज्ञानिकों और विरासत पर गर्व है.
शाम 5.45 बजे चंद्रयान-3 की लैंडिंग का पहला चरण रफ ब्रेकिंग हैं जो लगभग 700 सेकेंड तक होगी. इस दौरान लैंडर लगभग 1.68 किमी प्रति सेकेंड की तेजी के साथ यात्रा कर रहा होगा जिसे घटाकर 358 मीटर प्रति सेकेंड पर लाया जाएगा.
ओडिशा में चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए लोगों ने भुवनेश्वर की एक मस्जिद में नमाज अदा की गई.
चांद पर 14 दिन की रात के बाद सूर्योदय होना शुरू हो गया है. कुछ देर बाद ही चंद्रयान-3 की चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग होनी है.
नेहरू तारामंडल, बेंगलुरु के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. आनंद ने बताया कि चंद्रयान-3 लैंडर का मॉडल आज चंद्रमा पर उतरेगा. लैंडिंग एक कठिन प्रक्रिया है. ISRO इस मिशन के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस मिशन में चंद्रयान-2 में आने वाली सभी तकनीकी कठिनाइयों का समाधान किया गया.
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी दिल्ली के गुरुद्वारा बंगला साहिब में विशेष अरदास में शामिल हुए.
चंद्रयान 3 पर आम आदमी पार्टी के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पूरा देश उस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है जब चंद्रयान 3 चंद्रमा पर उतरेगा. यह एक बड़ी उपलब्धि है.
हिंदुस्तान इतिहास रचने के लिए तैयार है. चंद्रयान-3 का लैंडर आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर लैंड होगा. मिशन पर NASA और यूरोपियन स्पेस कमीशन की भी नजर रहेगी. लैंडिंग के वक्त पीएम मोदी साउथ अफ्रीका से वर्चुअली ISRO से जुड़ेंगे.
पाकिस्तान के पूर्व संचार मंत्री फवाद चौधरी ने एबीपी न्यूज से कहा, 1962 में पाकिस्तान ने पहला रॉकेट अंतरिक्ष में भेजा था. तब बहुत बड़ा पल था. आज भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है. स्पेस में जाना बड़ी कामयाबी है. पाकिस्तान समेत दूसरे देश भी इसका फायदा उठा सकते हैं.
अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा ने कहा कि इसरो के काम करने के तरीके को जानकर, मैं गर्व से कह सकता हूं कि चंद्रयान 3 की सुरक्षित लैंडिंग होगी. इसरो के काम करने के तरीके को जानते हुए मैं गर्व से कह सकता हूं कि चंद्रयान-3 की सुरक्षित लैंडिंग होगी. मैं चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की आशा करता हूं.
योग गुरु रामदेव ने एबीपी न्यूज से कहा, नासा में भी आज भारतीय वैज्ञानिकों का बोलबाला है. यूरोप के अनेक देशों में हर क्षेत्र में भारतीय हैं. आज पूरी दुनिया भारतीयों की प्रतिभा का लोहा मान रही है.
चंद्रयान-3 मिशन पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा, 'यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. मैं वैज्ञानिकों को एडवांस में बधाई देना चाहता हूं. सरकार को बधाई देता हूं. हम चाहते हैं कि चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक लैंड करे और उसका उद्देश्य सफल हो. इस मौके पर मैं उन सभी को भी प्रणाम करना चाहूंगा जिन्होंने इसका सपना देखा था. जब हमारा देश गरीब था, सुई भी नहीं बनती थी उस समय अंतरिक्ष पर जाने की कामना की थी. इस मिशन में योगदान देने वाले वैज्ञानिकों के साथ-साथ सभी लोगों को सलाम.'
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा, हम भी पूरे देश और दुनिया के साथ इंतजार कर रहे है उस समय का जब चंद्रयान लैंड करेगा. उम्मीद लगाए बैठे हैं कि चंद्रयान की यात्रा सफल होगी और चांद से फोटो-वीडियो आएंगे. अगर यह यात्रा कामयाब होगी जैसा हम उम्मीद लगाए बैठे हैं यह दुनिया में पहली बार होगा कि किसी देश ने यह काम किया है.
चंद्रयान-3 मिशन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शाम को बच्चों के साथ चंद्रयान 3 की लाइव लैंडिंग देखेंगे. उन्होंने कहा, हमने बच्चों को सीएम हाउस में आमंत्रित किया है जहां हम इसे (लाइव स्ट्रीमिंग) देखेंगे. मैं अपने वैज्ञानिकों और इस मिशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं. यह एक ऐतिहासिक मिशन है.'
ISRO ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि ऑटोमेटिक लैंडिंग सिस्टम शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. शाम करीब 17:44 बजे निर्धारित प्वाइंट पर लैंडर मॉड्यूल (LM) के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है. लाइव टेलीकास्ट 17:20 से शुरू होगा.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चंद्रयान-3 मिशन पर बात की. उन्होंने कहा कि हमारा चंद्रयान चंद्रमा पर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की छाप छोड़ेगा.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, 'भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाई है. हम सभी उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब चंद्रयान-3 मिशन सफल होगा. इससे भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा जिन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जो हमें बहुत आगे ले जा सकता है. स्पेस के माध्यम से इंटरनेट की सुविधा को भी बहुत बल मिलता है, मौसम की जानकारी यहां से मिल सकती है. चंद्रयान-3 की सफलता के साथ बहुत सारे क्षेत्र ऐसे जुड़ेंगे जहां किसानी, व्यापार की जानकारी मिल सकती है.'
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, 'जहां तक चंद्रयान 3 का सवाल है तो यह भारत के लिए क्षणों का क्षण है. हम कहते थे कि आकाश ही सीमा है, लेकिन भारत ने साबित कर दिया है कि बाहरी अंतरिक्ष में आकाश ही वह सीमा नहीं है. हम ऐसा करने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले वैज्ञानिकों को बधाई देते हैं. यह हजारों मील की यात्रा की शुरुआत है. हमारे वैज्ञानिकों ने अपना और देश का गौरव बढ़ाया है. यह हमारे लिए गौरव का क्षण है.'
नेहरू विज्ञान केंद्र के निदेशक प्रमोद ग्रोवर ने कहा, 'भारत इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहा था. चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के बाद से ही सभी की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं. नेहरू विज्ञान केंद्र ने बड़ी तैयारी की है. हम चंद्रमा का 3डी मॉडल दिखाएंगे. यह एक ऐसी सुविधा है जहां लोग लाइव डेटा भी देख सकते हैं. हम चंद्रमा और पहले की चंद्र परियोजनाओं की कुछ तस्वीरें दिखाएंगे. हमारे पास बच्चों के लिए एक विशेष कार्यक्रम है जिसमें 50-60 बच्चे भाग लेंगे और चंद्रयान के मॉडल बनाएंगे. ये बच्चे कल के वैज्ञानिक होंगे.'
चंद्रयान की कामयाबी के लिए देशभर में प्रार्थनाओं का दौर जारी है. योग गुरु रामदेव ने भी चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए हरिद्वार में पूजा की.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है. हमारा चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरने जा रहा है. पूरा देश इस महान पल का इंतजार कर रहा है. अंतरिक्ष में भारत की इस बड़ी छलांग पर पूरी दुनिया की नजर है. यह सिर्फ हमारी नहीं बल्कि पूरी मानवता की उपलब्धि होगी. मैं इस मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना करता हूं और ISRO और हमारे वैज्ञानिकों को अग्रिम बधाई देता हूं. मैं पीएम नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हर पल वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित और प्रेरित किया है.'
चंद्रयान-3 मिशन पर इसरो के संस्थापक विक्रम साराभाई के बेटे कार्तिकेय साराभाई ने कहा, 'यह एक बड़ा दिन है. यह सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि इस ग्रह पर किसी के लिए भी इतनी सटीकता से इसे भेजने के लिए एक शानदार बात है जिसके साथ हम चंद्रयान -3 भेजने में सक्षम हुए हैं. वह भी एक ऐसी प्रक्रिया के माध्यम से जो दूसरों से अलग है. विज्ञान और इंजीनियरिंग में हम गलतियों से सीखते हैं. यह मानवता के लिए बहुत बड़ी बात होगी क्योंकि चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर आज तक कोई नहीं उतर सका है.'
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 'हमें गर्व है कि इसरो के वैज्ञानिक चंद्रमा पर चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए प्रयास कर रहे हैं. हम ईश्वर से उनकी सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं लेकिन अखबारों में खबरें हैं कि ऐसा करने वाले वैज्ञानिकों को 17 महीने से वेतन नहीं मिला है. प्रधानमंत्री को इस पर भी ध्यान देना चाहिए.'
चंद्रयान 3 मिशन पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "आज इतिहास रचा जाएगा जब पीएम मोदी के नेतृत्व में चांद पर भारत का झंडा लहराएगा. पूरा देश इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. वैज्ञानिकों और सरकार की पिछले 9 साल की मेहनत आज पूरी होगी. हम सफलता की ओर बढ़ रहे हैं. इससे भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है."
चंद्रयान-3 मिशन पर अंतरिक्ष रणनीतिकार पी.के. घोष ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह भारत के लिए बहुत बड़ा दिन है. कारण यह है कि चंद्रयान 2 लैंडिंग नहीं कर सका था और अब हम पूरी दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि हमारे पास न केवल तकनीकी क्षमता है बल्कि हमारे पास दक्षिणी ध्रुव पर जाकर सॉफ्ट लैंडिंग करने की भी क्षमता है. साउथ पोल एक ऐसा क्षेत्र है जहां अब तक कोई लैंडिंग नहीं हुई है. पहले की सभी लैंडिंग भूमध्य रेखा के अंदर और उसके आसपास हुई. दक्षिणी ध्रुव पर उतरना कठिन है और इसलिए इतने कम बजट में ऐसा करना भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.'
जाने माने वैज्ञानिक नरेंद्र भंडारी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, जब लैंडिंग हो जाएगी तब हमारा काम शुरू होगा. हम अपने मिशन को लेकर पूरी तरह से कॉन्फिडेंस हैं. मगर कभी भी कुछ भी हो सकता है. सबसे मुश्किल बात ये है कि लैंडर का ऑर्बिट हर ऑर्बिट में बदल जाता है क्योंकि लूनर की ग्रैविटी बराबर नहीं है. पृथ्वी पर ऐसा नहीं होता. इसलिए आखिरी समय पर ही लैंडिंग की जगह तय होगी.
चंद्रयान-3 मिशन पर पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित और इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मायलस्वामी अन्नादुरई ने कहा, "अब तक सबकुछ अच्छा रहा है. हमें उम्मीद है कि प्लान के अनुसार आज हम उतरने में सक्षम होंगे. बाकी लोगों की तरह मैं भी बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं. चंद्रयान 1 ने चांद पानी की खोज की थी, इसके बाद से दुनिया चंद्रमा को अलग ही नजर से देख रही है."
दिल्ली में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के लिए हवन किया. स्वामी चक्रपाणि के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने भी हवन में आहुति डाली. ISRO के वैज्ञानिकों की सफलता के लिए भगवान से प्रार्थना की.
चंद्रयान-3 मिशन को लेकर साउथ इंडिया में रूसी महावाणिज्य दूत ओलेग निकोलाइविच अवदीव ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, आज चंद्रयान 3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है. भारत में हर कोई इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है. हर किसी को बहुत उम्मीदें हैं और मुझे भी. मुझे भरोसा है कि यह मिशन सफल होगा और भारत के लिए एक बहुत ही उपयोगी चांद मिशन होगा.
ISRO के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर ने कहा, 'हर कोई इस महान आयोजन का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. जहां तक भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का सवाल है, यह ग्रहों की खोज के लिए सबसे महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने जा रहा है. इस मिशन का चंद्रमा की कक्षा से चंद्र सतह पर उतरने के आखिरी 20 मिनट इतिहास में सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण होने जा रहे हैं.'
चंद्रयान-3 पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी बयान आया है. उन्होंने कहा, पूरे देश को गर्व है. मैं सभी वैज्ञानिकों को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने बहुत कुछ हासिल किया है.
140 करोड़ देशवासी मिशन चंद्रयान की कामयाबी के लिए दुआ कर रहे हैं. अंतरिक्ष में भारत की इस उड़ान पर पूरी दुनिया की नजर है. इसरो के मिशन चंद्रयान पर NASA भी नजर बनाए हुए है.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, 'मैं अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं और प्रार्थना करता हूं कि चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करे. पूरा देश इंतजार कर रहा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है. मैं वैज्ञानिकों को प्रणाम करता हूं.'
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए देशभर में प्रार्थनाओं का दौर जारी है. राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह में भी प्रार्थना की गई.
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर महादेव देहरादून की ओर से हरिद्वार में विशेष गंगा पूजन की गई.
चंद्रयान-3 की लैंडिंग से पहले कांग्रेस नेता का बयान सामने आया है. कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं और उम्मीद करता हूं कि चंद्रयान 3 की सुरक्षित लैंडिंग हो ताकि इसे लॉन्च करने का उद्देश्य पूरा हो सके. हमारे वैज्ञानिकों ने इसकी सॉफ्ट लैंडिंग के लिए कड़ी मेहनत की है."
रॉकेटियर्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के CEO दिव्यांशु पोद्दार ने कहा, अगर हम चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतर गए तो यह हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी. हम सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले दूसरे देश बन जाएंगे. हमने चंद्रयान 2 से बहुत कुछ सीखा है. हमने कुछ बदलाव किए हैं. रूस की फेलियर से पता चलता है कि चंद्रमा पर उतरना करना कितना मुश्किल है.
RSS नेता सुनील अम्बेकर ने कहा, भारत का चंद्रयान-3 मिशन हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हमारे देश के वैज्ञानिकों ने भारत का नाम रोशन किया है. मैं हमारे सभी वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं. मुझे विश्वास है कि यह अवश्य सफल होगा:
- Rough Breaking Phase- जब लैंडर 25 किमी की कक्षा से चांद की सतह की तरफ प्रस्थान करेगा तो लैंडर की गति हॉरिजोंटल दिशा में रहेगी तब चांद के चारों तरफ घुमते हुए इसे नीचे ले जाया जाएगा. इस दौरान
- Fine Breaking Phase- लैंडर की चंद्रमा की सतह से दूरी 25 किमी से घटकर 7.42 किमी रह जाएगी. ये फेज कुल 690 सेकेंड का रहेगा. लैंडर की स्पीड को 1.68 किमी प्रति सेकेंड से घटाकर हॉरिजोंटल डायरेक्शन में 358 मीटर प्रति सेकेंड और वर्टिकल डायरेक्शन में 61 मीटर प्रति सेकेंड कर दी जाएगी. लैंडर की ऊंचाई चांद की सतह से 7.4 किमी रह जाएगी.
- Alltitude Hold Phase- ये फेज सिर्फ 10 सेकेंड का होगा. इस दौरान लैंडर को 90 डिग्री पर घुमा दिया जाएगा और इस प्रक्रिया के दौरान लैंडर 800 मीटर की दूरी और तय कर लेगा. अब चांद की सतह से दूरी सिर्फ 6.8 किमी रह जाएगी.
- Final Breaking Phase- इसके बाद इस फेज का कुल वक्त होगा 175 सेकेंड. अब लैंडर की गति को 0km/sec तक ले जाते हुए सॉफ्ट लैंडिंग को अंजाम दिया जाएगा.
कवि और राजनयिक अभय ने चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की कोशिश से पहले एक 'मून एंथम' लिखा है.
महाराष्ट्र के नागपुर में भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी नर्तक पूजा हिरवाडे ने 'नमो नमो भारताम्बे' और चंद्रयान गान पर भरतनाट्यम प्रस्तुत किया. भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी नर्तक पूजा हिरवाडे ने कहा, "भारत का चंद्रयान-3 आज चंद्रमा पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है. इसलिए इस पल को यादगार बनाने के लिए मैंने चंद्रयान एंथम पर भरतनाट्यम किया. यह संपूर्ण भारत के लिए गौरवपूर्ण एवं ऐतिहासिक क्षण है. हम उन सभी वैज्ञानिकों का हृदय से आभार व्यक्त करना चाहते हैं जिनकी कड़ी मेहनत से आज यह संभव हो पाया है."
ISRO के पूर्व निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने कहा, "मुझे ISRO के वैज्ञानिकों की तरह ही विश्वास है कि हम बहुत बेहतर करेंगे क्योंकि चंद्रयान 2 की तुलना में बहुत सारे बदलाव किए गए हैं. बहुत सारे एल्गोरिदम बदले गए हैं. लैंडर में घूमने की क्षमता है. लैंडिंग क्षेत्र को 2.5 किमी से बढ़ाकर 4 किमी कर दिया गया है."
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए देशभर में दुआएं मांगी जा रही हैं. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में साधुओं ने भी हवन किया.
चंद्रयान-3 के लिए लैंडिंग के वक्त आखिरी के 15 मिनट सबसे अहम हैं. लैंडर की रफ्तार बहुत तेज हुई तो लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा. चंद्रमा की सतह की धूल सौर पैनलों के लिए मुश्किल बनेगी. चंद्रमा की सतह पर बोल्डर लैंडर के लिए मुश्किल बनेंगे. चांद की सतह पर गड्ढे लैंडिंग में मुश्किल पैदा करेंगे. सफल लैंडिंग के लिए लैंडर की गति को कंट्रोल करना होगा. हजारों किमी/घंटे की रफ्तार 10 किमी/घंटे से भी कम करनी होगी.
41 दिन की यात्रा के बाद आखिरकार चंद्रयान-3 आज चांद पर पहुंचेगा. ये मिशन 14 दिन तक चांद पर एक्टिव रहेगा. इस दौरान चांद पर भूकंप की स्टडी, सतह पर गर्मी का अध्ययन, पानी की खोज, खनिज की जानकारी और मिट्टी की स्टडी करेगा.
चंद्रयान 3 मिशन में साइंटिस्ट सुधांशु की बड़ी भूमिका है. सुधांशु इसरो हरिकोटा में साइंटिस्ट हैं. चंद्रयान 3 के लॉन्च व्हीकल बनाने की 30 लोगों की टीम में सुधांशु तीसरे वैज्ञानिक रहे हैं. सैटेलाइट को ऑर्बिट तक पहुंचाने का काम लॉन्च व्हीकल से ही किया जाता है. साइंटिस्ट सुधांशु के माता-पिता बिहार के गया में रहते हैं. पिता आटा मिल चलाते हैं. सुधांशु ने साल 2021 में इसरो में बतौर वैज्ञानिक ज्वाइन किया था.
भारत अंतरिक्ष में इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ा है तो वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इसका साइड इफेक्ट्स दिखने लगा है. इमरान खान सरकार में सूचना मंत्री रह चुके फवाद चौधरी ने कहा, 'चंद्रयान की लैंडिंग का पाकिस्तान मीडिया में लाइव प्रसारण होना चाहिए. ये मानवता के लिए खास कर लोगों, वैज्ञानिकों और स्पेस कम्युनिटी के लिए ऐतिहासिक दिन है, भारत को बधाई.'
चंद्रयान की कामयाबी चंद्रमा-पृथ्वी के साथ-साथ पूरे ब्रह्मांड की बेहतर समझ होगी. इंसानी बस्ती की संभावनाओं को तलाशा जा सकेगा. कम खर्च में मिशन लॉन्च करने की राह आसान होगी और भविष्य में अंतरिक्ष की खोज के लिए चंद्रमा पर स्टेशन बन सकेंगे.
भारत आज अंतरिक्ष की दुनिया में इतिहास रचने के लिए तैयार है. आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग होगी. लैंडिंग के वक्त पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली ISRO से जुड़ेंगे.
चंद्रयान-3 के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने से देश का मान बढ़ेगा. ग्लोबल स्पेस मार्केट में हिंदुस्तान की हिस्सेदारी बढ़ेगी. गगनयान (मानव अंतरिक्ष मिशन) के लिए हौसला बढ़ेगा. आदित्य (सूर्य मिशन) के लिए भी आत्मविश्वास बढ़ेगा.
चंद्रयान साउथ पोल पर लैंडिंग करेगा. जिस जगह चंद्रयान उतरेगा वहां सिर्फ पहाड़ हैं. इस इलाके में पानी और खनिज मिलने की संभावना है. लैंडिंग के बाद लैंडर विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा. फिर रैंप खुलेगा और प्रज्ञान रोवर रैंप से चांद की सतह पर आएगा.
चंद्रयान-3 की लैंडिंग के समय के 15 मिनट बेहद अहम. इसी पर पूरे मिशन की मेहनत टिकी है. लैंडिंग पूरी तरह ऑटोमेटिक होगी. लैंडर को अपने इंजन को सही समय और ऊंचाई पर चालू करना होगा. उसे सही मात्रा में फ्यूल का इस्तेमाल करना होगा. आखिरी के 15 मिनट में ऑनबोर्ड सॉफ्टवेयर ही सारे डिसीजन लेता है. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि पृथ्वी से दिए कमांड को लैंडर तक पहुंचने में ज्यादा समय लगता है.
चंद्रयान-3 मिशन की सफल लैंडिंग के लिए न्यूजर्सी के मोनरो में ओम श्री साईं बालाजी मंदिर में पूजा की गई. यहां भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों का कहना है, "यह हमारे सभी भारतीय समुदाय के लिए गर्व का क्षण है. उम्मीद है कि सब कुछ ठीक होगा. टीम चंद्रयान टीम को शुभकामनाएं."
चंद्रयान-3 के लैंडर की लैंडिंग के समय चार इंजन एक्टिव हो जाएंगे. चंद्रयान जब चांद पर लैंड करेगा तो वो 2 किलोमीटर के एरिया में उतरेगा. चंद्रयान की रफ्तार एक किमी प्रति घंटे होगी.
लैंडर में एक कंप्यूटर आवश्यक गति से लैंडिंग का ध्यान रखेगा. अल्टीमीटर चंद्रयान-3 के उतरने के दौरान उसकी ऊंचाई को नियंत्रित करेंगे. चंद्रयान-3 में एक्सेलेरोमीटर के साथ-साथ लेजर जाइरोस्कोप पर आधारित टेक्नॉलॉजी है जो लैंडर की ग्रैविट की गणना करेगी. चंद्रयान-3 में आधुनिक लिक्विड इंजन, एटीट्यूड थ्रस्टर्स, नेविगेशन और लैंडर के लिए खतरे का पता लगाने की भी तकनीक है. सभी टेक्नॉलॉजी तुरंत कम्युनिकेट कर सकते हैं.
भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में सुबह-सुबह विशेष 'भस्म आरती' की गई. इसरो के अनुसार चंद्रयान-3 आज लगभग 18:04 बजे IST पर चंद्रमा पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है.
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए दुआओं का दौर जारी है. दिल्ली के मदरसे में भी आज दुआएं मांगी जाएंगी. मंडोली में जमीयत के मदरसे में आयोजन किया जाएगा. दोपहर 3.30 बजे मुस्लिम छात्राएं शामिल होंगी.
मध्य प्रदेश में चंद्रयान-3 की लैंडिंग सभी स्कूलों में लाइव दिखाई जाएगी. आज शाम 5.30 से 6.30 तक लाइव स्ट्रीमिंग दिखाई जाएगी. सरकार की ओर से सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए गए. जो छात्र लाइव न देख पाएं उनको अगले दिन 24 अगस्त को रिकॉर्डिंग दिखाई जाएगी.
यूपी के सभी मदरसे में चंद्रयान की लाइव स्ट्रीमिंग दिखाई जाएगी. सभी मदरसे के बच्चों को बुलाया गया है. भारत के मून मिशन चंद्रयान 3 के शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के साउथ पोलर हिस्से में लैंडिंग की उम्मीद है.
100 किलोमीटर की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर लैंडर को उतारने की प्रक्रिया कई चरणों में होगी पूरी. 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर की होगी तेज रफ्तार. स्पीड को और कम करने के लिए लैंडर में रॉकेट दागे जाएंगे. 100 किमी की ऊंचाई से 7.4 किमी की ऊंचाई तक पहुंचेगा लैंडर. यहां पहुंचने में दस मिनट लगेंगे फिर 6.8 किमी की उंचाईं पर पहुंचेगा लैंडर. 6.8 किमी की ऊंचाई पर लैंडर के पैर चंद्रमा की सतह की ओर 50 डिग्री तक घूमेंगे फिर लैंडर पर लगे उपकरण इस बात की पुष्टि करेंगे कि ये उस स्थान पर जा रहा है, जहां इसे उतरना है या नहीं.
तीसरे चरण में लैंडर 6.8 किलोमीटर की ऊंचाई से 800 मीटर की ऊंचाई तक उतरेगा. लैंडर 50 डिग्री के कोण पर चंद्रमा की सतह की तरफ होगा. यहां और कम होगी रॉकेट की रफ्तार. अगले चरण में लैंडर 150 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचेगा. यहां लैंडर तय करेगा कि लैंडिंग साइट पूरी तरह हो समतल फिर 60 मीटर तक उतरेगा. अब लैंडर की स्पीड और धीमी होगी. 60 से 10 मीटर तक उतरेगा लैंडर. अगला कदम 10 मीटर की ऊंचाई से चंद्रमा पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग होगी.
आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग होगी. चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग करने के लिए आज शाम 5:45 बजे शुरू हो जाएगी प्रक्रिया. इसरो की तरफ से तैयारियां पूरी हैं.
बैकग्राउंड
Chandrayaan-3 Moon Landing Live Updates: आज चांद पर हिंदुस्तान तिरंगा फहराने जा रहा है. पूरी दुनिया की नजर भारत के चंद्रयान-3 मिशन पर है. इतिहास रचने से भारत कुछ घंटे ही दूर है. भारत के मून मिशन चंद्रयान 3 के शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के साउथ पोलर हिस्से में लैंडिंग की उम्मीद है. ये उम्मीद इसलिए भी परवान चढ़ रही है क्योंकि मून मिशन पर अपडेट देते हुए इसरो ने कहा है कि चंद्रयान 3 मिशन तय समय पर चल रहा है.
मिशन चंद्रयान 3 विज्ञान के क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत की नुमाइश है और इस नुमाइश को सफल बनाने के लिए देशवासियों ने मंदिर से लेकर दरगाहों में कामना की है. 23 अगस्त की ये तारीख अंतरिक्ष में नए भारत के आगाज की कहानी है जो शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान 3 की सुरक्षित लैंडिंग पर टिकी है. चंद्रयान 3 की इसी सफलता के लिए देश में दुआओं का दौर जारी है. मंदिर ही नहीं दरगाहों में भी चंद्रयान 3 मिशन के लिए मन्नतें मांगी जा रही है. एक तस्वीर में अजमेर की दरगाह हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ मुस्लिम धर्म गुरू चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के लिए इबादत करते नजर आए.
ब्रिटेन से अमेरिका तक शुभकामनाओं की गूंज
मिशन चंद्रयान 3 की चर्चा सिर्फ देश ही नहीं विदेश में हो रही है. ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक में चंद्रयान के लिए शुभकामनाओं की गूंज तेज हो रही है. लंदन में भारतीय छात्रों ने उद्य शक्ति माता मंदिर में चंद्रयान 3 की सफलता के लिए पूजा की. वहीं अमेरिका के वर्जीनिया में चंद्रयान 3 के लिए भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों ने हवन कराया.
यूनाइटेड किंगडम में मौजूद भारतीय उच्चायुक्त ने भी इस मौके को ऐतिहासिक बताया है. वहीं पड़ोसी मुल्क श्रीलंका के भारत में मौजूद उच्चायुक्त ने भी चंद्रयान मिशन को गौरव का क्षण बताया है.
साल 2019 में आखिरी 15 मिनट में ही भारत के चंद्रयान मिशन को झटका लगा था ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि चंद्रयान 3 इस बार 15 मिनट्स ऑफ टेरर को पार कर नया इतिहास लिख देगा.
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