Chandrayaan 3 Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 मिशन की लॉन्चिंग के लिए तैयारी कर ली है. प्रक्रिया का 24 घंटे का लॉन्च रिहर्सल पूरा कर लिया गया है. गुरुवार से इस मिशन का काउंटडाउन शुरू हो जाएगा. मिशन को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) से शुक्रवार (14 जुलाई) को प्रक्षेपण यान मार्क-3 (एलवीएम3) से दोपहर 2:35 बजे लॉन्च करने की योजना है.
इसरो ने बुधवार (12 जुलाई) को ट्वीट किया कि 24 घंटे का ‘प्रक्षेपण पूर्वाभ्यास’ पूरा हो चुका है. चंद्रयान-3 मिशन चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है, जिसके चंद्र सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और घूमने की संपूर्ण क्षमता प्रदर्शित करने की उम्मीद है.
चंद्रयान-3 मिशन देश के लिए अहम
चंद्रयान-2 मिशन के दौरान लैंडर के सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफलता नहीं मिल पाई थी. इस लिहाज से चंद्रयान-3 मिशन को भारत के लिए काफी अहम माना जा रहा है. इसरो का चांद पर यान को सॉफ्ट लैंडिंग कराने यानी सुरक्षित तरीके से यान उतारने का यह मिशन अगर सफल हो जाता है तो भारत उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जो ऐसा कर पाने में सक्षम हुए हैं.
पिछली बार चूक गए थे सॉफ्ट लैंडिंग से
चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग अगस्त के आखिर में निर्धारित है. 2019 में चंद्रयान-2 चांद की सतह पर सुरक्षित तरीके से उतरने में विफल रहा था. इससे इसरो के साथ-साथ पूरे देश में निराश छा गई थी.
'फैट बॉय' लेकर जाएगा चंद्रयान-3 को
देश के महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन के तहत चंद्रयान-3 को 'फैट बॉय' एलवीएम-एम4 रॉकेट ले जाएगा. सबसे लंबे और भारी एलवीएम3 रॉकेट (पूर्व में जीएसएलवी एमके3 कहलाने वाले) की भारी भरकम सामान ले जाने की क्षमता की वजह से इसरो के वैज्ञानिक उसे प्यार से फैट बॉय भी कहते हैं. इस फैट बॉय ने लगातार छह सफल अभियानों को पूरा किया है. वैज्ञानिकों ने इस बार लैंडर को सफलतापूर्वक उतारने के प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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