Chandrayaan 3: चांद की तरफ बढ़ा चंद्रयान 3, इसरो बोले सफलतापूर्वक पूरी हुई पहली प्रक्रिया
Chandrayaan 3 Launch: इसरो ने 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से एलवीएम3-एम4 रॉकेट के जरिए ‘चंद्रयान-3’ का सफल प्रक्षेपण किया था.
Chandrayaan 3 Update: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को उसकी कक्षा में आगे बढ़ाने की प्रथम कवायद शनिवार (15 जुलाई) को सफलतापूर्वक पूरी कर ली है. इसरो ने एक सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि चंद्रयान की हालत सामान्य है.
इसरो ने कहा, चंद्रयान-3 मिशन के लाइव अपडेट के मुताबिक अंतरिक्ष यान सामान्य हालात में आगे बढ़ रहा है, और इसरो ने इसके आर्बिट (कक्षा) में आगे बढ़ने की प्रथम कवायद आईएसटीआरएसी/इसरो, सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है. उन्होंने बताया कि चंद्रयाव अब 41762 किलोमीटर (किमी) गुना 173 किमी कक्षा में है.
Chandrayaan-3 Mission update:
— ISRO (@isro) July 15, 2023
The spacecraft's health is normal.
The first orbit-raising maneuver (Earthbound firing-1) is successfully performed at ISTRAC/ISRO, Bengaluru.
Spacecraft is now in 41762 km x 173 km orbit. pic.twitter.com/4gCcRfmYb4
क्या है चंद्रयान 3 की विशेषता?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से एलवीएम3-एम4 रॉकेट के जरिए ‘चंद्रयान-3’ का सफल प्रक्षेपण किया था. शुक्रवार (15 जुलाई) अपराह्न 2.35 बजे उड़ान भरने के 17 मिनट बाद सैटेलाइट को उसकी टॉरगेटेड आर्बिट में प्रवेश करा दिया था.
नायर ने कहा, आज से, इसमें (यान) लगे थ्रस्टर्स को ‘फायर’ किया जाएगा और 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर ‘लैंडिंग’ के लिए चंद्रयान-3 को पृथ्वी से दूर ले जाया जाएगा. उन्होंने कहा, चंद्रयान ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है.
नायर ने कहा कि चूंकि प्रयोग का पहला चरण सौ प्रतिशत सफल रहा है और अंतरिक्ष यान भी बहुत अच्छी स्थिति में है और हमें भरोसा है कि यह अपनी टेक्निक से चंद्रमा पर जाने में सक्षम होगा. चंद्रयान-3 के परियोजना निदेशक पी वीरमुथुवेल ने शुक्रवार को प्रक्षेपण के बाद कहा था कि इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी), बेंगलुरु से अंतरिक्ष यान पर करीबी नजर और नियंत्रण रखेगा.