Chandrayaan-3 की सफलता के बाद इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने किए मां भद्रकाली के दर्शन, मंदिर में हाथ जोड़े आए नजर
इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने रविवार को केरल के तिरुवनंपुरम मंदिर में पूजा अर्चना की. 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के चार दिन बाद इसरो प्रमुख मंदिर दर्शन के लिए गए.
S. Somnath Temple Visit: मिशन मून चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने रविवार (27 अगस्त) को केरल के भद्रकाली मंदिर में दर्शन किए. वह केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित पौर्नामी कावु-भद्रकाली मंदिर में दर्शन के लिए गए थे. 23 अगस्त को चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर पहुंचकर इतिहास रच दिया. इसरो की इस उपलब्धि का डंका अब पूरी दुनिया में बज रहा है.
एस. सोमनाथ ने मंदिर पहुंचकर पूजा-अचर्ना की और भगवान के दर्शन किए. इस दौरान वह मंदिर में हाथ जोड़कर खड़े नजर आए. पूजा करने के बाद उन्होंने आरती भी ली. चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा गया, जहां आज तक किसी देश का स्पेसक्राफ्ट नहीं पहुंचा है.
साउथ पोल पर पहुंचने वाला भारत पहला देश
23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 चांद की सतह पर पहुंचा. जैसे ही चंद्रयान के लैंडर विक्रम ने चांद की सतह को छुआ तो पूरा देश खुशी से झूम उठा. पूरे देश ने इस पल को लाइव देखा और इस ऐतिहासिक घटना का साक्षी बना. भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले देशों में शामिल हैं भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन गया है. हालांकि, चांद के साउथ पोल पर कदम रखने वाला पहला देश है.
20 अगस्त को फेल हुआ रूस का मिशन मून लूना-25
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग से पहले 20 अगस्त को रूस का मिशन मून लूना-25 फेल हो गया था. ऐसे में पूरी दुनिया की नजरें भारत के मिशन पर टिकी थीं और जब 40 दिन की यात्रा तय करके चंद्रयान-3 चांद पर पहुंचा तो पूरी दुनिया ने इसरो को सलाम किया. विश्वभर के वैज्ञानिकों और स्पेस एजेंसियों ने इसरो को बधाई देते हुए मिशन की भी खूब तारीफ की.
लैंडर ने जिस जगह रखा कदम, उसे दिया गया शिव शक्ति नाम
26 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से मुलाकात कर मिशन की सफलता की बधाई दी और घोषणा की कि जिस जगह लैंडर विक्रम ने चांद की सतह को छुआ उस स्थान को 'शिव शक्ति पॉइंट' के नाम से जाना जाएगा.