(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chandrayaan 3: चंद्रयान-3 के लैंडर ने रोवर की गतिविधि के साथ और भी कुछ किया रिकॉर्ड, ISRO ने दिया अपडेट
ISRO Chandrayaan 3 Mission: चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर मॉड्यूल ने 23 अगस्त की शाम को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी. इसे 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था.
Chandrayaan 3 Mission: चंद्रयान-3 मिशन चांद से अलग-अलग जानकारी जुटा रहा है. इसका प्रज्ञान रोवर (Pragyan Rover) लगातार चांद की सतह पर चहलकदमी कर रहा है. इसरो (ISRO) ने इसी से जुड़ी एक और बड़ी अपडेट दी है. इसरो ने गुरुवार (31 अगस्त) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि रोवर और अन्य पेलोड की गतिविधियों के साथ कुछ और भी रिकॉर्ड किया है.
इसरो ने पोस्ट में लिखा, "चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर पर चंद्र भूकंपीय गतिविधि (आईएलएसए) पेलोड के लिए उपकरण ने रोवर और अन्य पेलोड की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया है. इसके अलावा, इसने 26 अगस्त 2023 को एक प्राकृतिक प्रतीत होने वाली घटना को रिकॉर्ड किया है."
घटना के सोर्स की जांच जारी
स्पेस एजेंसी ने आगे बताया, "इस घटना के सोर्स की जांच की जा रही है. आईएलएसए पेलोड को LEOS, बैंगलोर ने डिजाइन किया है." इसरो ने रोवर की गतिविधियों से जुड़ा एक ग्राफ भी शेयर किया है.
Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 31, 2023
In-situ Scientific Experiments
Instrument for the Lunar Seismic Activity (ILSA) payload on Chandrayaan 3 Lander
-- the first Micro Electro Mechanical Systems (MEMS) technology-based instrument on the moon --
has recorded the movements of Rover and other… pic.twitter.com/Sjd5K14hPl
सल्फर की मौजूदगी की पुष्टि की
इससे पहले दिन में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया था कि प्रज्ञान पर लगे एक अन्य उपकरण ने भी एक अलग तकनीक का उपयोग करके चंद्र क्षेत्र में गंधक (सल्फर) की मौजूदगी की पुष्टि की है. एक सोशल मीडिया पोस्ट में अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोप (एपीएक्सएस) नाम के उपकरण ने चंद्रमा पर गंधक के साथ-साथ अन्य छोटे तत्वों का भी पता लगाया है.
रोवर का वीडियो भी किया शेयर
इसरो ने कहा, "चंद्रयान-3 की ये खोज वैज्ञानिकों को क्षेत्र में गंधक (एस) के स्रोत के लिए नए स्पष्टीकरण विकसित करने के लिए विवश करती है- आंतरिक?, ज्वालामुखीय?, उल्कापिंड?." इसरो ने सुरक्षित रास्ते की तलाश में घूमते रोवर का एक वीडियो भी शेयर किया था. ये वीडियो लैंडर इमेजर कैमरे ने बनाया था.
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