Chandrayaan 3 Moon Landing LIVE: भारत चंद्रमा पर इतिहास रचने के लिए तैयार है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चंद्रमा के साउथ पोल पर चंद्रयान 3 की लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है.
दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक लैंडिंग करता है तो भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश होगा. वहीं चंद्रमा की सतह पर हिंदुस्तान से पहले चीन, अमेरिका और तत्कालीन सोवियत संघ सॉफ्ट लैंडिंग कर चुके हैं.
इसरो ने क्या कहा?
इसरो ने मंगलवार (22 अगस्त) को को लैंडर पर मौजूद कैमरों की ली गई चंद्रमा की तस्वीरें साझा कीं और कहा, ‘‘अभियान तय समय के मुताबिक चल रहा है. सिस्टम की नियमित जांच की जा रही है. चंद्रयान-3 सुगमता से लगातार आगे बढ़ रहा है.‘मिशन ऑपरेशन कॉम्प्लेक्स’ (एमओएक्स) ऊर्जा और उत्साह से भरा है.’’
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 600 करोड़ रुपये की लागत वाला चंद्रयान-3 अभियान लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (एलवीएम-3) रॉकेट के जरिए 14 जुलाई को शुरू हुआ था. आज तक इसने 41 दिन का सफर तय कर लिया है.
अब तक क्या हुआ?
चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को लॉन्चिंग के बाद पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था. प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की कवायद से पहले इसे छह, नौ, 14 और 16 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में नीचे लाने की कवायद की गई, ताकि यह चंद्रमा की सतह के नजदीक आ सके. अब 23 अगस्त को चांद पर इसकी सॉफ्ट लैंडिंग कराने की कोशिश हो रही है.
इसरो के अधिकारियों के मुताबिक, लैंडिंग के लिए लगभग 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर लैंडर ने 'पॉवर ब्रेकिंग फेज' में कदम रखा और गति को धीरे-धीरे कम करके, चंद्रमा की सतह तक पहुंचने के लिए अपने चार थ्रस्टर इंजन की ‘रेट्रो फायरिंग’ करके उनका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया.
इनपुट भाषा से भी.
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