Chandrayaan 3 Updates: 'हेलो पृथ्वीवासियों...' , चंद्रमा से प्रज्ञान रोवर ने भेजा खास मैसेज
ISRO Updates: 'चंद्रयान-3' मिशन में शामिल प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा से अपनी और विक्रम लैंडर की सेहत के बारे में जानकारी दी है, साथ ही पृथ्वी पर रहने वाले लोगों का हालचाल भी लिया है.
Chandrayaan 3 Mission Updates: भारत के चंद्र मिशन 'चंद्रयान-3' के विक्रम लैंडर के साथ गए प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा से अपना हालचाल बताया है. प्रज्ञान रोवर ने एक मैसेज भेजा है, जिसमें उसने पृथ्वीवासियों का हालचाल भी लिया है. रोवर ने बताया है कि वह और उसका दोस्त विक्रम लैंडर संपर्क में हैं और दोनों की सेहत अच्छी है. इसी के साथ संदेश में यह भी है कि जल्द ही सबसे अच्छा परिणाम आने वाला है.
क्या कुछ मैसेज दिया प्रज्ञान रोवर ने?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर LVM3-M4/CHANDRAYAAN-3 MISSION नाम के अकाउंट से प्रज्ञान रोवर का मैसेज पोस्ट किया गया है. इसमें कहा गया, ''हेलो पृथ्वीवासियों! मैं चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर. आशा करता हूं कि आप अच्छे से होंगे. सभी को बताना चाहता हूं कि मैं चंद्रमा के रहस्यों को उजागर करने के अपने रास्ते पर हूं. मैं और मेरा दोस्त विक्रम लैंडर संपर्क में हैं. हमारी सेहत अच्छी है. सबसे अच्छा परिणाम जल्द आ रहा है...''
Hello earthlings! This is #Chandrayaan3's Pragyan Rover. I hope you're doing well. I want to let everyone know that I'm on my way to uncover the secrets of the Moon 🌒. Me and my friend Vikram Lander are in touch. We're in good health. The best is coming soon...#ISRO pic.twitter.com/ZbIgvy22fv
— LVM3-M4/CHANDRAYAAN-3 MISSION (@chandrayaan_3) August 29, 2023
चंद्रमा पर आधा दिन गुजारने के करीब चंद्रयान-3
बता दें कि चंद्रयान-3 की मिशन लाइफ एक चंद्र दिवस के बराबर आंकी गई है, जोक पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है. इसकी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट-लैंडिंग बीते बुधवार (23 अगस्त) को शाम 6:04 बजे कराई गई थी. इस प्रकार यह चंद्रमा पर करीब आधा दिन गुजारने के करीब है. इस दरमियान भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने लैंडर और रोवर की मदद से चंद्रमा के बारे में कई अहम जानकारियां जुटाई हैं.
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ समेत कई भारतीय वैज्ञानिक पहले उम्मीद जता चुके हैं कि चंद्रयान-3 एक और चंद्र दिवस में भी काम कर सकता है. इसके लिए इसे चंद्रमा के रात के अत्यधिक ठंडे तापमान में बचे रहना होगा. जानकार बताते हैं कि सूरज ढलने पर चांद के कुछ हिस्सों में तापमान माइनस 203 डिग्री तक चला जाता है.
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