नई दिल्ली: लॉकडाउन में थोड़ी रियायतों के बाद दिल्ली-एनसीआर में कुछ कार शोरूम और सर्विस सेन्टर खुलने शुरू हो गए हैं. हालांकि कोरोना वायरस के चलते अब कार बिक्री और सर्विस का परिदृश्य बदला हुआ नजर आ रहा है. कोरोना वायरस के चलते जहां कारों की अधिकांश जानकारी अब ऑनलाइन ही ली जा रही है तो वहीं सर्विस सेन्टर खुलते ही सोशल डिस्टेंसिग के साथ 25% कारोबार होना शुरू हो चुका है.


गाजियाबाद के इंडस्ट्रियल एरिया में मौजूद शिवा ऑटो सर्विस जो कि महिंद्रा एंड महिंद्रा के आधिकारिक सर्विस सेन्टर है, लगभग 80 कारों को सर्विस और बॉडी शॉप करने की क्षमता वाला यह सर्विस सेन्टर दिल्ली-एनसीआर के बड़े सर्विस सेंटरों में शुमार है. सर्विस सेन्टर में जैसे ही कोई ग्राहक दाखिल होता है तो उसकी थर्मल स्कैनिंग होती है. एक कार पर एक ही व्यक्ति को अंदर जाने की इजाज़त है. कार के अंदर दाखिल होते ही PPE सूट पहने कर्मचारी सेनटाइज करने में जुट जाता है. इसके बाद कार सर्विस बे पर पहुंचती है तो वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. एक सर्विस बे के बगल में एक सर्विस बे खाली छोड़ कर कारों की सर्विस की जा रही है.

शिवा ऑटो कार के डायरेक्टर अमित गर्ग ने बताया कि लॉक डाउन के बाद में अब जब कार सर्विस सेंटर खोला है तो कोरोना वायरस से जुड़े तमाम प्रोटोकॉल यहां लागू किए गए हैं. जिसके चलते अतिरिक्त खर्च भी आ रहा है तो स्टॉप उन्होंने बताया कि हर महीने लगभग 2 से ₹300000 का अतिरिक्त खर्च आएगा. कंपनी फिलहाल किसी से यह अतिरिक्त चार्ज नहीं ले रही है लेकिन आने वाले दिनों में ग्राहकों से यह लिया जा सकता है.

अमित गर्ग ने बताया कि पहले रोजाना औसतन लगभग 40 कार सर्विस होने के लिए आती थी लेकिन अब कारोबार लगभग 25 फ़ीसदी ही है. लेकिन अमित गर्ग से उत्साहित हैं और उनका मानना है कि बहुत जल्द स्थिति सामान्य हो जाएगी.

इसके बाद एबीपी न्यूज़ की टीम शिवा ऑटो कार के गाजियाबाद के लोहिया नगर स्थित कार शोरूम पर पहुंची. कार शोरूम खुल चुका है और तमाम कर्मचारी यहां पहुंच चुके हैं. शोरूम में दाखिल होते ही थर्मल स्कैनिंग होती है और पीपीई सूट पहने कर्मचारी सैनिटाइजर देता है. शिवा ऑटो कार के डायरेक्टर अमित गर्ग ने बताया कि लॉकडाउन से पहले जिन कारों की डिलीवरी देनी थी, उनकी डिलीवरी शोरूम से शुरू हो चुकी है. इसके अलावा कार खरीदने के लिए जो इंक्वायरी हैं वह या तो ऑनलाइन आ रही है या फोन पर आ रही है. ऐसे में लगता है कि आने वाले कुछ महीनों तक जो ट्रेंड है वह यही रहेगा कि बिक्री की बड़ी संख्या ऑनलाइन ही होगी.

अमित गर्ग ने बताया कि इसी ट्रेंड को देखते हुए कंपनी ने अपना डिजिटल मार्केटिंग का बजट दुगना कर दिया है. अमित गर्ग का कहना है कि कारों में फिलहाल बिक्री कम रहेगी लेकिन हल्के वाणिज्यिक वाहन की इंक्वायरी काफी ज्यादा है. लॉकडाउन खुलने के बाद में हल्के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में तेजी रहने की उम्मीद है.