बदल रहा है दिल्ली के ऐतिहासिक चांदनी चौक का स्वरूप, जानें क्या है परियोजना
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चांदनी चौक में जारी काम का जायज़ा लिया है. 2018 में दिल्ली सरकार ने चांदनी चौक के पुर्नविकास का कार्य शुरू किया था. इसके तहत लगभग 13 सौ मीटर के एरिया का रीडवेलपमेंट प्लान बनकर तैयार हुआ. जो के लाल किले के बिलकुल सामने जैन मंदिर से ले कर फतेहपुरी मस्जिद तक पुर्नविकास का काम करेगा.
नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक चांदनी चौक का रंग रूप जल्द ही बदला हुआ नज़र आएगा. चांदी चौक सुनकर भीड़ भाड़ और प्रदुषण की तस्वीरें आपकी नज़रों में आतीं होंगी लेकिन अब वो पुराने दिनों की बात हो चली है. क्यूंकि अब ये उम्मीद जताई जा रही है के काफ़ी समय से चल रहा चांदनी चौक के पूर्णविकास का कार्य अब नवंबर के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाएगा.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चांदनी चौक में जारी काम का जायज़ा भी लिया. हालांकि पहले मई में ही इस रोड को शुरू हो जाना था लेकिन कोरोना की महामारी ने इस काम को भी धीरे कर दिया. चांदनी चौक रीडवेलोप्मेन्ट प्लान के तहत अब इस इलाक़े का पूरा रंग रूप ही बदला नज़र आएगा.
क्या है परियोजना
आज से दो साल पहले 2018 में दिल्ली सरकार ने चांदनी चौक के पुर्नविकास का कार्य शुरू किया था. इसके तहत लगभग 13 सौ मीटर के एरिया का रीडवेलपमेंट रोड बनकर तैयार हुआ जो के लाल किले के बिलकुल सामने जैन मंदिर से ले कर फतेहपुरी मस्जिद तक पुर्नविकास का काम करेगा. पहले इसका कार्य मार्च में ही पूरा होना था लेकिन कोरोना के चलते कार्य की गति धीमी हो गई. अब उम्मीद जताई जा रही है के नवंबर के पहले सप्ताह में रोड बनकर तैयार हो जाएगी. फिलहाल लगभग 450 मीटर का इलाक़ा बन कर तैयार है.
लाल सड़क और फर्नीचर
चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण के लिए जो ढांचा तैयार किया गया है उसके तहत कंक्रीट की सड़क से ले कर फर्नीचर तक सब लाल रंग का होगा. ये इसलिए किया जा रहा है ताकी सड़क और सड़क पर लगे फर्नीचर का रंग लाल किले से मेल खाए. इस सबकी लागत बढ़ कर 90 करोड़ हो गई है.
चांदनी चौक बनेगा नॉन-मोटराइज़ ज़ोन
भीड़ भाड़ वाला इलाक़ा चांदनी चौक अब स्वच्छ के साथ साथ प्रदुषण फ्री भी रहेगा साथ ही साथ भीड़ भाड़ से भी काफ़ी राहत मिलेगी. अब चांदनी चौक के नए रूप में मोटर गाड़ियों को सुबह 9 से रात 9 बजे तक इस इलाक़े में दाखिल होने की इजाज़त नहीं मिलेगी.
अगर कोई गाड़ी इस इलाक़े में दाखिल होती है तो उसे नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत भारी जुर्माने की भरपाई करनी पड़ेगी. पहली बार थोड़ी राहत देते हुए 500 का जुर्माना लगेगा वहीं दुबारा दोषी पाए जाने पर 15 हज़ार का जुर्माना भी चुकाना पड़ सकता है.
फुटपाथ से मिलेगी पैदल चालकों को राहत
सड़क पर केवल पैदल और सिमित संख्या में पैदल रिक्शा को इजाज़त मिलेगी.पैदल रिक्शा के लिए बीच में लगभग 5.5 मीटर की जगह छोड़ी गई है.सड़क के दोनों तरफ ही बड़े फूटपाथ के लिए जगह छोड़ी गई है.एक तरफ ये फुटपाथ 5.5 मीटर का होगा तो दूसरी तरफ 6 मीटर का.पैदल चलने वालों को राहत देने के लिए की गई है.सबसे खास बात है की सड़क कितनी चौड़ी है उतने ही चौड़े अब फुटपाथ होंगे.
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