UP News: प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों से जान-पहचान और खास संबंध होने का झूठा दावा करके लोगों से धन वसूलने के मामले में नोएडा में एक शख्स के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है. 


प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में बताया कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत के समक्ष मोहम्मद काशिफ के खिलाफ 28 जुलाई को अभियोजन की शिकायत दर्ज की गई और अदालत ने 31 जुलाई को आरोप पत्र पर संज्ञान लिया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें आरोप लगाया कि काशिफ ने खुद को पीएमओ और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का नजदीकी बता रहा था.


घर से नगदी, घड़ियां और कारें भी बरामद
उसने ऐसा बताकर लोगों से पैसे वसूले की वह उनके सरकारी विभागों और मंत्रालयों से काम करा देगा. धनशोधन का मामला इसी प्राथमिकी के आधार पर बना है. प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि उसने आरोपी के नोएडा सेक्टर 107 स्थित आवास पर छापा मारा, जहां से 1,10,50,000 रुपये नकद, मुद्रा गिनने की एक मशीन और विभिन्न जांच एजेंसियों द्वारा की गई जांच से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए हैं.


एजेंसी ने बताया कि ये दस्तावेज राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई), सीमा शुल्क, ईडी की ओर से कुछ लोगों के खिलाफ की गई जांच से संबंधित हैं. एजेंसी का कहना है कि काशिफ ने निदेशालय की जांच के दायरे वाले एक मामले में मदद करने के बदले एक व्यवसायी के परिवार से एक करोड़ रुपये भी वसूले.


खरीदी 1.78 करोड़ की संपत्ति, विदेशी यात्राएं भी कीं
एजेंसी ने बताया कि काशिफ ने 1.78 करोड़ रुपए की संपत्ति खरीदी थी, जिनमें से उसने 1.05 करोड़ रुपए नकद भुगतान किया. एजेंसी ने कहा, "इसके अलावा, इस व्यक्ति ने कई विदेशी यात्राओं सहित अपने शानदार लाइफस्टाइल जैसे महंगी लग्जरी कारों, घड़ियों, कपड़ों पर भारी रकम खर्च की थी, जबकि इस धन के वैध स्रोत की जानकारी नहीं है."


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