तमिलनाडु और केरल में युवाओं को बरगला कर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप में कुख्यात आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े संगठन हिज्ब उत तहरीर के दो कथित आतंकियों के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत आरोप पत्र तमिलनाडु की विशेष अदालत के सामने पेश किया है. जिन लोगों के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट के सामने पेश किया गया है नाम बावा बहरउद्दीन और जियाउद्दीन बकावी बताए गए हैं.


नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि यह मामला इसके पहले तमिलनाडु के मदुरई जिले की थिदिर नगर थाने में दर्ज किया गया था. बाद में इस मामले को जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी एनआईए को सौंप दिया गया.


एनआईए ने इस बाबत 26 मई 2021 को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी.  एनआईए ने अपनी जांच के दौरान दो आरोपियों के खिलाफ इसके पहले 28 मई 2021 को एक आरोपपत्र कोर्ट के सामने पेश किया था.


नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को जांच के दौरान पता चला कि इस मामले में आरोपी व्यक्ति उग्रवादी इस्लामिक संगठन हिज्ब उत तहरीर के सदस्य थे जो कि कुख्यात आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़ा हुआ था. इन लोगों ने अपने संगठन को चलाने के लिए कथित तौर पर एक कानून भी ड्राफ्ट किया था. इस कानून को इस संगठन के कथित मुखिया तकी अल दीन अल नभानी ने बनाया था इस व्यक्ति को हिज्ब उत तहरीर का संस्थापक भी कहा जाता है.


जांच के दौरान पता चला है कि इन्होंने भारत के युवाओं को बरगला कर उन्हें अपने संगठन का मेंबर बनाने की कोशिश की. इसके लिए इन लोगों द्वारा युवाओं के साथ अनेक गुप्त बैठकें की गई. इसके बाद बरगलाए गए युवाओं को अनेक जिहादी क्लास भी दी गई और इनमें शिक्षा के नाम पर उनको जेहाद के लिए तैयार किया गया. आरोप है कि इन लोगों के द्वारा केरला और तमिलनाडु में अनेक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए जैसे यूट्यूब फेसबुक आदि पर अपने संगठन का प्रचार प्रसार किया गया जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़े और भारत के खिलाफ चलाए जाने वाले युद्ध में उनका साथ दें मामले की जांच अभी जारी है. 


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