Charles Sobhraj Case: अपराधों को अंजाम देने के अपने तरीके से बड़े-बड़े अपराधियों को चकित कर देने वाले और जेल प्राधिकारियों को चकमा देकर कई बार फरार हुए कुख्यात, शातिर और निर्मम चार्ल्स शोभराज को सालों बाद नेपाल की जेल से शुक्रवार (23 दिसंबर) को रिहा कर दिया गया. कैद से छूटने के बाद शोभराज ने कहा कि उसने कुछ नहीं किया. जेल से रिहा होने के बाद चार्ल्स शोभराज ने कहा, ''मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. मुझे बहुत कुछ करना है. मुझे बहुत से लोगों और नेपाल सरकार पर मुकदमा भी करना है.''


चार्ल्स ने दावा किया कि उसे गलत तरीके से फंसाया गया. जेल में बिना कुछ किए डाल दिया गया. साथ ही शोभराज ने कहा कि वो निर्दोष है इसलिए अच्छा या बुरा महसूस नहीं हो रहा है.  मीडिया ने जब सवाल किया कि क्या सीरियल किलर कहलाना आपको बुरा लगता तो शोभराज ने हां में जवाब दिया.  


रिहा होने के बाद कहां गया? 
चार्ल्स शोभराज को नेपाल की जेल से रिहा करने के कुछ घंटे बाद शुक्रवार (23 दिसंबर) को फ्रांस भेज दिया गया. उसने 1970 के दशक में एशिया भर में की गई हत्याओं के लिए अधिकांश सजा यहां की जेल में काटी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के दो दिन बाद शोभराज (78) को काठमांडू की केंद्रीय जेल से रिहा किया है. बता दें कि नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने शोभराज को रिहा करने और वापस उसके गृह देश भेजने का आदेश दिया था.


क्या मामला है? 
चार्ल्स शोभराज पर संदेह है कि उसने 1970 और 1980 के दशक में एशिया में पश्चिमी देशों के करीब 20 यात्रियों की हत्या की. शोभराज 1975 में नेपाल में अमेरिकी महिला कॉनी जो ब्रोंजिक की हत्या के सिलसिले में 2003 से काठमांडू की जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था. उसे 2014 में कनाडाई पर्यटक लॉरेंट कैरियर की हत्या का दोषी ठहराया गया और दूसरी उम्रकैद की सजा सुनाई गयी. नेपाल में उम्रकैद की सजा का मतलब 20 साल का कारावास होता है.


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