रायपुर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहनेवाले शेर मोहम्मद सीआरपीएफ की उस टुकड़ी में थे जिसपर पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के नक्सलियों ने हमला किया था. जवान शेर मोहम्मद ने जांबाजी के साथ उनका मुकाबला किया और अपने कई साथियों की जान भी बचाई. इस वक्त उनका इलाज रायपुर के अस्पताल में चल रहा है.



उधर बेटा रायपुर के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है और इधर बुलंदशहर में मां मौला से लाल के सलामती की दुआ मांग रही है. मां की इस तड़प के साथ शेर मोहम्मद के गांव के सभी लोग शामिल हैं. सभी की जुबां पर बस यही दुआ है कि शेर मोहम्मद जल्द से स्वस्थ होकर उनके बीच आएं.


रायपुर के एक अस्पताल में चल रहा है शेर मोहम्मद का इलाज


देश की राजधानी दिल्ली से करीब 90 किलोमीटर दूर एबीपी न्यूज़ सीआरपीएफ के उस जांबाज़ जवान शेर मोहम्मद के घर पहुंचा जो छत्तीसगढ़ से सुकमा में नक्सलियों से भिड़ गया और शरीर पर कई गोलियां लगने के बावजूद पने साथी की जान बचाने में जुटा रहा. शेर मोहम्मद का अभी रायपुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.


फोन न आने पर बढ़ गयी मां की बेचैनी


सीआरपीएफ के जांबाज़ जवान शेर मोहम्मद की मां नूर मोहम्मद अपने बेटे को एक नज़र देखने के लिए तरस रही हैं. शेर मोहम्मद की मां का कहना है कि पिछले साढ़े 4 साल से उनका बेटा छत्तीसगढ़ में तैनात है और वहां से हर दिन फ़ोन करता था लेकिन कल ही उसका फ़ोन नही आया. फोन न आने पर मां की बेचैनी बढ़ गयी. हालात तब और बिगड़ गए जब उन्हें किसी ने उनके बेटे के शहीद होने की खबर दी. यह सुनते ही नूर मोहम्मद बेहोश हो गईं.


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उन्हीं के कदमों पर चलना चाहते हैं गांव के कई युवा


शेर मोहमद के गांव के लोग भी लगातार उनके नाम के नारे लगा रहे हैं और यह दुआ मांग रहे हैं कि वो जल्द ठीक हो जाये और एक बार फिर दुश्मनों के छक्के छुडाएं. इतना ही नही इस गांव के कई युवा उन्हीं के कदमों पर चलना चाहते हैं.



बुलंदशहर के आसिफाबाद गांव के रहनेवाले शेर मोहम्मद की बहादुरी की इस वक्त हर तरफ चर्चा हो रही है. घायल होने के बाद वो नक्सिलयों से लोहा लेते रहे और उन्होंने अपने कई साथियों को भी बचाया. बताते चलें कि शेर मोहम्मद के पिता भी फौज में थे.


हमले के पीछे कौन?


नक्सलियों के गढ़ सुकमा में 25 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के पीछे कुख्यात नक्सली नेता हिड़मा का हाथ बताया जा रहा है. हिड़मा ने तीन सौ के करीब नक्सलियों के साथ मिलकर इस हमले को अंजाम दिया.