रायपुर: छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस के विधायक विनोद चंद्राकर ने सरकारी दफ्तर में घुसकर गुंडागर्दी की है. मामला राज्य के महासमुंद जिले का है. विधायक विनोद चंद्राकर पर आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ आबकारी कार्यालय में घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट की. मारपीट के दौरान एक कर्मचारी की आंख भी फूट गई. बड़ी बात यह है कि इस मामले में पुलिस ने अबतक केस दर्ज नहीं किया है.
मारपीट के दौरान कर्मचारी की आंख फोड़ने का आरोप
बताया जा रहा है कि आबकारी अधिकारी विधायक विनोद चंद्राकर के मनमुताबिक काम नहीं कर रहे थे, इसलिए उन्होंने अधिकारियों के साथ मारपीट की. मारपीट के दौरान जिस कर्मचारी की आंख फूटी है, वह लिपिक था. मारपीट के बाद इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक विनोद चन्द्राकर खुद मौजूद हैं.
सरकारी लिपिक आबकारी विभाग में सरकारी लिपिक और घटना के दौरान घायल हुए लीलाराम शाहु ने कहा, ‘’महासमुंद में विधायक विनोद चंद्राकर ने अपने साथी दीपक ठाकुर और अन्य लोगों के साथ आकर मुझसे मारपीट की और मीरा मोबाइल भी छीन लिया. मैं एक्ससाइज ऑफिस में ऑपरेटर के पदपर काम करता हूं.’’
शिकायत के बाद भी दर्ज नहीं किया मामला
विधायक द्वारा की गई मारपीट में घायल आबकारी कर्मचारी से इसकी लिखित शिकायत थाने में भी की, लेकिन अबतक विधायक या उनके साथियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि महासमुंद में आबकारी विभाग में विधायक सरकारी शराब दुकानों अपने मनमुताबिक काम करवाना चाहते हैं, लेकिन सरकारी अधिकारी इसके लिए तैयार नहीं हैं जिसके चलते बार बार विधायक आबकारी कार्यालय में घुसकर कर्मचारी और अधिकारियों को धमकी देते हैं और उनकी पिटाई करते हैं.