छत्तीसगढ़: NIA ने दो लोगों को किया गिरफ्तार, एक विधायक और चार पुलिसकर्मियों को मारने का है आरोप
एनआईए के मुताबिक गिरफ्तार लोगों के नाम भीम ताती और जोगा ताती बताए गए हैं.दोनों को पूछताछ के लिए 6 दिन की रिमांड पर लाया गया है.
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नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में अप्रैल 2019 में आईडी विस्फोट के जरिए एक विधायक और चार पुलिसकर्मियों को मारने के आरोप में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन दोनों ने आईडी लगाने और नक्सलियों को मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. इन दोनों को आज एनआईए की विशेष अदालत जगदलपुर में पेश किया गया. जहां से एनआईए ने उन्हें पूछताछ के लिए 6 दिनों के रिमांड पर लिया है.
एनआईए के मुताबिक गिरफ्तार लोगों के नाम भीम ताती और जोगा ताती बताए गए हैं. यह दोनों दंतेवाड़ा के समीप टीकम पाल गांव के रहने वाले हैं. अधिकारी ने बताया कि 9 अप्रैल 2019 को दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा पुलिस स्टेशन अंतर्गत श्याम गिरी गांव के पास अंधाधुन गोलीबारी हुई थी. आरोप है कि यह गोलीबारी प्रतिबंधित माओवादी संगठन भाकपा माओवादी के कार्यकर्ताओं ने की थी. इस दौरान तत्कालीन मौजूदा विधायक भीमा मंडावी और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल सीएएफ के 4 पुलिसकर्मी मारे गए थे.
इस हत्याकांड के बाद भाकपा माओवादी के आतंकियों ने शहीद सुरक्षाकर्मियों के हथियार और गोला बारूद भी लूट लिए थे. इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दंतेवाड़ा के थाना कुआं कुंडा में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. बाद में इस मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को सौंप दी गई थी. एनआईए ने 17 मई 2019 को इस मामले में मुकदमा दर्ज किया था और 17 मार्च 2020 को छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले के सभी दस्तावेज और अन्य जानकारी एनआईए को सौंपी थी.
एनआईए के आला अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने अपनी एफआईआर में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. मामले की जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि इस मामले में दो आरोपी जो कि भाकपा माओवादी के कार्यकर्ता हैं और उन्होंने उन नक्सलियों को रसद सहायता और शेल्टर देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो आईडी विस्फोट को प्लांट करने और उसे अंजाम देने की बड़ी साजिश का हिस्सा थे. इसके कारण भीमा मंडावी और 4 अन्य सुरक्षा कर्मियों की हत्या हुई थी. जांच के बाद एनआईए ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया और दोनों को पूछताछ के लिए 6 दिन की रिमांड पर लाया गया है.
एनआईए के अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान अनेक खुलासे हो सकते हैं. जैसे- इस पूरी साजिश के पीछे कौन लोग शामिल थे और यह केवल माओवादियों का ही काम था या इसके पीछे किसी तरह की कुछ और साजिश भी थी. अधिकारी ने कहा कि इस मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं.
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