दिल्ली: पुलिस ने मेट्रोमोनियल साइट पर एनआरआई बनकर अपना फर्ज़ी बॉयोडाटा डालकर लड़कियों के साथ चीटिंग करने वाले एक नाइजीरियन गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में 7 पुरुष और 2 महिला नाइजीरियन को गिरफ्तार किया है.


दिल्ली पुलिस के मुताबिक यह गैंग मैट्रिमोनियल साइट पर एनआरआई बनकर अपना बॉयोडाटा अपलोड करते थे और उसके बाद जब कोई लड़की इनसे कांटेक्ट करती तो ये अपने आप को विदेश में बसा, वेल-सेटल बिजनेसमैन बता शादी का झांसा देते. जिसके बाद हिंदुस्तान आकर मिलने की बात करते. दिल्ली पुलिस के दरियागंज थाने के एसएचओ संजय कुमार के मुताबिक ये गैंग अपने जाल में लड़कियों को फसाने के बाद महंगे गिफ्ट के साथ आने की बात करते. फिर कस्टम में तोहफे की क्लीयरेंस कराने के नाम पर उन लड़कियों से अपने एकाउंट में पैसे डलवा लेते.


300 लड़कियों को बना चुके थे अपना शिकार. 2000 नंबर की तफ्तीश और टेक्निकल सर्वेलांस के बाद हुई गिरफ्तारी. फर्जीवाड़े के लिए बकायदा बनाया हुआ था कॉल सेंटर.


दरअसल दरियागंज इलाके में रहने वाली एक लड़की की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. पीड़िता से इस गैंग ने कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर करीब 85 हजार रुपये अपने अकाउंट में डलवा लिए थे. जिसके बाद पुलिस ने इनके नंबर टेक्निकल सर्वेलांस पर डाल दिये. एसएचओ दरियागंज संजय कुमार के मुताबिक ये गैंग बेहद शातिर था. जो हर काल के बाद सिम बदल देता था. इतना ही नहीं ये अपनी लोकेशन भी लगातार बदल रहे थे. करीब 2 हजार मोबाइल की तफ़्तीश और टेक्निकल के बाद ग्रेटर नोएडा में छापा मारकर पुलिस ने इस गैंग को गिरफ्तार कर लिया. गैंग के सदस्यों की बैंक अकाउंट डिटेल्स से करीब 300 लड़कियों का पता चला है जिनके साथ ये इस तरह धोखाधड़ी कर चुके है.


54 मोबाइल और 4 लैपटोप बरामद.


दिल्ली पुलिस ने इनके पास से करीब 54 मोबाइल बरामद किए हैं. साथ ही वह चार लैपटॉप भी जब्त किए हैं जिनके जरिए यह लोग धोखाधड़ी कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक इन्होंने फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर कई बैंक अकाउंट खोले हुए थे जिनमें यह पीड़ित महिलाओं से पैसे डलवा रहे थे.


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