Chennai AIADMK: तमिलनाडु में जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके में वर्चस्व की लड़ाई और तेज हो गई है. पार्टी नेता ई पलानीस्वामी के सोमवार को अंतरिम सचिव बनाए जाने के बाद ओ. पन्नीरसेल्वम को पार्टी के पद से हटा दिया गया है. सीनियर लीडर ओ. पन्नीरसेल्वम के समर्थक- जेसीडी प्रभाकर, आर. वैथलिंगम और पीएच. मनोज पांडियन को भी एआईएडीएमके से बर्खास्त कर दिया गया है. बर्खास्त किए जाने के बाद पन्नीरसेल्वम में पलटवार करते हुए कहा कि वे ई. पलानीस्वामी को पार्टी से हटाते हैं. ओ पन्नीरसेल्वम ने आगे कहा कि वे कोर्ट जाएंगे क्योंकि पार्टी के डेढ़ करोड़ कैडर्स की तरफ से कोर्डिनेटर नियुक्त किए गए थे.


दरअसल पार्टी के वरिष्ठ नेता एन आर विश्वनाथन ने पन्नीरसेल्वम और उनके समर्थकों को पार्टी से निष्कासित करने संबंधी विशेष प्रस्ताव बैठक में पेश किया और इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से अंगीकार कर लिया गया. प्रस्ताव में पन्नीरसेल्वम पर द्रमुक का साथ देने और अन्नाद्रमुक को कमजोर करने के लिए सत्तारुढ़ दल के नेताओं के साथ मिलने और काम करने का आरोप लगाया गया. इसमें कहा गया कि पन्नीरसेल्वम ने पार्टी के हितों ,लक्ष्यों और सिद्धांतों के खिलाफ काम किया. प्रस्ताव में कहा गया कि उन्होंने 23 जून को होने वाली आम परिषद की बैठक को रोकने के लिए पुलिस से संपर्क किया, जो उन्होंने पलानीस्वामी के साथ संयुक्त रूप से बुलाई थी. अन्नाद्रमुक ने आरोप लगाया कि पन्नीरस्वामी ने व्यक्तिगत हितों के लिए काम किया.


पार्टी ने उनके समर्थकों आर वैथिलिंगम और पी एच मनोज पंडियन को भी निष्कासित किया. दोनों ही विधायक हैं. साथ ही पूर्व विधायक जेसीडी प्रभाकर को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पन्नीरसेल्वम ने कहा उन्हें ‘‘1.5 करोड़’’ पार्टी कार्यकर्ताओं ने समन्वयक निर्वाचित किया था और इसलिए पलानीस्वामी को और अन्य नेता के पी मुनुसामी को उन्हें निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है.


उन्होंने कहा,‘‘ मैं उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करता हूं.’’ आगे की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं के समर्थन से अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे. पन्नीरसेल्वम इस फैसले के बाद धरना दिया और उसके बाद वहां से चले गए. कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए रिवैन्यू अधिकारियों ने एआईएडीएमके मुख्यालय को सील कर दिया है. इससे पहले, मद्रास हाईकोर्ट से पन्नीसेल्वम गुट को झटका लगा. कोर्ट ने पार्टी की जनरल काउंसिल की बैठक पर रोक लगाने की अर्जी को खारिज कर दिया. इसके बाद एआईएडीएमकी की जनरल काउंसल की बैठक में ई. पलानीसामी को पार्टी का अंतरिम सचिव नियुक्त किया गया. इस याचिका में अंतरिम महासचिव पद को पुनर्जीवित करने और समन्वयक के साथ-साथ संयुक्त समन्वयक पदों को समाप्त करने का प्रस्ताव था





इससे पहले के पलानीस्वामी और पन्नीरसेलवम के समर्थक पार्टी दफ्तर के बाद आपस में भिड़ गए. चेन्नई (Chennai) में जयललिता (J. Jayalalithaa) की पार्टी AIADMK पर कब्जे की लड़ाई सड़क पर आ गई है. सोमवार की सुबह AIADMK के नेता के पलानीस्वामी (Edappadi K. Palaniswami) और पन्नीरसेलवम (Panneerselvam) के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए हैं और पार्टी दफ्तर के बाहर एक दूसरे पर पत्थरबाजी करते दिख रहे हैं. दरअसल, जयललिता के निधन के बाद से पार्टी दो गुंटों में बट गई. दोनों नेता पलानीस्वामी और पन्नीरसेलवम मुख्यमंत्री के तौर पर देखे जा चुके हैं और अब दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी है. बता दें, के पलानीस्वामी और पन्नीरसेलवम खुद को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बता रहे हैं और पार्टी वर्चस्व स्थापित करना चाह रहे हैं.


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