चेन्नई: लोयोला कॉलेज में एक प्रदर्शनी के दौरान कुछ पेंटिंग को लेकर सोमवार को हुए विवाद के बाद उन्हें हटा लिया गया है. कॉलेज प्रशासन ने इसके लिए माफी भी मांगी है. इन पेंटिंग में हिन्दू धर्म से जुड़े प्रतीक चिह्नों को कथित रूप से गलत तरीके से पेश किया गया था. साथ ही बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गलत ढ़ंग से दिखाया गया था. इसपर माफी मांगते हुए कॉलेज ने कहा कि उन पेंटिंग को हटा लिया गया है.



लोयोला कॉलेज ने वीथी विरुधू विजाह नाम से 19 और 20 जनवरी को लोक उत्सव का आयोजन किया था. इसी दौरान एक पेंटिंग प्रदर्शनी भी लगाई गई. जिस कथित पेंटिंग पर सबसे ज्यादा विवाद हुआ वह भारतमाता की पेंटिंग थी. जिसपर MeToo कैंपेन का जिक्र था. पेंटिंग में त्रिशूल को गलत रूप में दिखाने का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों ने विरोध किया था.


बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव एच राजा ने कहा कि इस कार्यक्रम को नक्सलियों ने आयोजित किया था जो लोगों पर क्रिश्चिएनिटी की तरफ जाने के लिए दबाव डालते हैं और हिंदुओं और परंपराओं का अपमान करते हैं.


बीजेपी ने लोयला कॉलेज में हुए कार्यक्रम को लेकर पुलिस में शिकायत दी है. तमिलनाडु बीजेपी की अध्यक्ष तमिलसाई सुंदरराजन ने भी पेंटिंग बनाए जाने की निंदा की है.


बीजेपी के नेता डॉलफिन श्रीधरन ने कहा कि पिछले दो सालों से लोयोला कॉलेज में इस तरह का आयोजन हो रहा है. जो पेंटिंग इस बार लगाई गई वह भारत की संप्रभुता और हिंदुओं, विशेष रूप से हिंदू देवताओं के खिलाफ हैं. कॉलजे द्वारा इसकी अनुमति देना खतरनाक है. इस पूरे मामले में शामिल लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए.

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