नई दिल्लीः चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व का आज दूसरा दिन है. दूसरे दिन को खरना के नाम से जाना जाता है. आज व्रती दिन भर उपवास रहकर शाम में सूर्य देव की आराधना करते हैं. व्रती पूजा के बाद खीर और रोटी का प्रसाद ग्रहण करेंगे. व्रती के प्रसाद ग्रहण करने के बाद इसे परिजनों के बीच बांटा जाएगा. चार दिनों तक चलने वाली इस पूजा में पवित्रता और साफ सफाई का खास ख्याल रखा जाता है. खरना के समय होने वाली पूजा बिल्कुल शांत माहौल में की जाती है. व्रती घर के एकांत में अपना प्रसाद ग्रहण करते हैं.
चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य और चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा की समाप्ति करते हैं. जिसके बाद प्रसाद वितरण किया जाता है.
परिवार में शांति के लिए किया जाने वाला यह व्रत बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में काफी लोकप्रिय है. हालांकि अब धीरे धीरे कई अन्य प्रदेशों में भी इसका विस्तार हो रहा है. लोग देश के अन्य हिस्सों में भी इस पर्व को मनाने लगे हैं.
इस पर्व में शुद्धता के साथ-साथ प्रकृति का भी ख्याल रखा जाता है. खरना के दिन बनाए जाने वाले खीर में नया चावल का उपयोग होता है. वहीं अर्घ्य के लिए मौसमी फलों का उपयोग किया जाता है.
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इस दिन व्रती आम के दातुन का इस्तेमाल करती है और नए कपड़े पहन कर पूजा करती हैं. महिलाएं और पुरुष एक समान तरीके से सूर्य की उपासना करते हैं.
कब है छठ पूजा
11 नवंबरः नहाए खाए
12 नवंबरः खरना
13 नवंबरः पहली अर्घ्य/ सांध्य अर्घ्य
14 नवंबरः दूसरी अर्घ्य, पारन