Artificial Chhath Ghat In Delhi: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने इस बार यमुना घाट पर छठ पर्व (Chhath Festival) मनाने पर रोक लगा दी है. इसके बाद दिल्ली (Delhi) के कई इलाकों में आर्टिफिशियल छठ घाट (Artificial Chhath Ghat) बनाए गए हैं. दिल्ली के उस्मानपुर 5 पुस्ता इलाके में 6 आर्टिफिशियल तालाब बनाए गए हैं. इन सभी घाटों के बगल में दो चेंजिंग रूम भी बनाए गए हैं, ताकि महिलाओं को चेंज करने में कोई दिक्कत ना हो. इन घाटों की गहराई 4 से 6 फुट के बीच है, जिससे की महिलाओं को अर्घ्य देने में आसानी हो.


आर्टिफिशियल छठ घाटों में की गई ये सुविधाएं


डीएम शरत कुमार का कहना है तालाब को इस तरीके से बनाया गया है, ताकि महिलाएं आराम से इसमें पूजन कर सकें. उन्हें तालाब में कोई दिक्कत ना हो. उन्होने कहा कि यह कहने को आर्टिफिशियल पौंड जरूर है लेकिन इसमें सारी चीजें बिल्कुल असल की तरह ही हैं. सभी तालाबों के बगल में चेंजिंग रूम भी हैं. पूरे नॉर्थ ईस्ट में 12 अलग-अलग इलाकों में इस तरीके के पॉइंट बनाए गए हैं. श्रद्धालुओं के श्रद्धा का ध्यान रखते हुए तालाब की सुरक्षा, पानी, फूल सभी चीजों का इंतजाम आसपास ही किया गया है. तालाब इस तर्ज पर बनाया गया है कि जो छठ करने वाली महिलाएं हैं उनकी भावनाओं को ठेस ना पहुंचे और साथ ही एनजीटी के उस आदेश का, जिसमें इस बार यमुना घाट पर छठ मनाना बैन किया गया है, का उल्लंघन भी ना हो.


छठ व्रती महिलाओं की तारीफ


छठ घाट पर पूजा करने आई महिलाओं ने कहा कि यह आर्टिफिशियल घाट बहुत अच्छा है. पहले हम घर पर छोटा-मोटा खुद से तालाब बना कर पूजा करते थे, जिसके बाद यह तालाब बनाया गया है और हम इससे बहुत ज्यादा खुश हैं. महिलाओं ने बताया कि पिछले 2 साल से कोरोना की वजह से घर में ही छठ करना पड़ रहा था, पर इस बार इस घाट में आकर सभी लोग साथ में छठ मनाएंगे और हमें कोई दिक्कत नहीं है. महिलाओं ने कहा कि छठ महापर्व है जो नदी या तालाब में मनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस बार यमुना घाट पर छठ पूजा पर बैन लगा दिया गया इससे थोड़ी तकलीफ तो है लेकिन नियम है तो मानना पड़ेगा. 


महिलाओं की सुरक्षा का रखा गया ध्यान


दिल्ली प्रदेश छठ घाट समिति के चेयरमैन भूपेश सिंघल का कहना है छठ घाट इस तरीके से बनाया गया है कि महिलाओं को पूजन में कोई दिक्कत ना आए इसीलिए आर्टिफिशियल घाट बनाए गए हैं. सभी के बगल में चेंजिंग रूम भी हैं. यहां पर सिविल डिफेंस के जवान तैनात रहेंगे. साथ में पानी की व्यवस्था, कुर्सी-चेयर सभी रहेगी. इसके अलावा स्थानीय विधायक भी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं, ताकि छठ व्रतियों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना हो.


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