Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti: शिवाजी की जयंती पर देश कर रहा नमन, जिस किले में औरंगजेब ने किया था कैद आज वहीं गूंजेगी शौर्य गाथा
Chhatrapati Shivaji Maharaj: छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को मराठा परिवार में हुआ था. उन्होंने सन् 1674 में भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी.
Diwan-E-Aam: देशभर में आज (19 फरवरी) छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की 393वीं जयंती मनाई जा रही है. शिवाजी महाराज की जयंती पहली बार आगरा के किले दीवान-ए-आम में मनाई जा रही है. शिवाजी महाराज की जयंती के मौके पर किले सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और शौर्य गाथा गूंजेगी.
कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम में 1500 से 2000 तक लोगों के आने की उम्मीद है. आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने आगरा किले के दीवान-ए-आम में शिवाजी जयंती मनाने की इजाजत दी है. उन्होंने बताया कि सभी नियमों के आधार पर कार्यक्रम होगा. कार्यक्रम का मुख्य मंच दीवाने-आम में सजाया जाएगा.
क्यों आगरा किले में मनाई जा रही है जयंती?
आगरा के किले दीवान-ए-आम में 350 साल पहले बादशाह औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को मारने की साजिश से कैद कर लिया था, लेकिन शिवाजी महाराज यहां से भाग निकले थे. इसकी वजह से ही शिवाजी की जयंती इस साल आगरा के किले में मनाई जा रही है. शिवाजी की शौर्य गाथा को लोगों तक पहुंचाने के लिए महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने आगरा किले में कार्यक्रम करने की अनुमति मांगी थी.
क्यों मनाई जाती है शिवाजी महाराज जयंती?
छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को मराठा परिवार में हुआ था. उनके जन्मदिन के अवसर पर हर साल शिवाजी महाराज जयंती मनाई जाती है. वह देश के वीर सपूतों में से एक थे. सन् 1674 में उन्होंने भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी. छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम शिवाजी भोंसले था.
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