Shivaji Statue Collapses in Maharashtra: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के एक किले में मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा सोमवार (26 अगस्त) को ढह गई. दरअसल, पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की इसी प्रतिमा का अनावरण किया था. जहां 8 महीने बीतने के बाद उसका ये हाल हो गया. हालांकि, इस घटना के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने बीजेपी सरकार की आलोचना की और आरोप लगाए कि भ्रष्टाचार के मामले में महापुरुषों को भी नहीं बख्शा जा रहा है.


इस बीच, विपक्षी दल कांग्रेस ने बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर की. जिसमें लिखा कि बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है. जहां नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर, 2023 को महाराष्ट्र के राजकोट में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया था. हालांकि, अब करीब 8 महीने बाद छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई. ऐसे में हालात ये हैं कि भ्रष्टाचार के मामले में महापुरुषों को भी नहीं बख्शा जा रहा है.


सिंधुदुर्ग में लगी शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा ढही


दरअसल, ये घटना 26 अगस्त की दोपहर करीब एक बजे की है. हालांकि, 35 फीट ऊंची प्रतिमा, जिसका अनावरण पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस समारोह के दौरान बहुत धूमधाम से किया गया था. पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में भारी बारिश और तेज़ हवाओं के बीच ढह गई.






छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को फिर से करेंगे स्थापित- CM एकनाथ शिंदे


मूर्ति गिरने पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के पूज्य देवता हैं. यह प्रतिमा नौसेना ने स्थापित की थी. उन्होंने ही इसका डिज़ाइन भी तैयार किया था लेकिन लगभग 45 किमी/घंटा की तेज हवाओं के कारण यह गिर गई और क्षतिग्रस्त हो गई. सीएम ने कहा कि कल पीडब्ल्यूडी और नौसेना के अधिकारी घटनास्थल का दौरा करेंगे. इसके अलावा घटना के पीछे के कारणों की जांच करेंगे.


उन्होंने आगे कहा कि घटना के बारे में सुनते ही लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण को घटनास्थल पर भेजा है. हम इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाएंगे और महाराष्ट्र के पूज्य देवता छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को उसी स्थान पर फिर से स्थापित करेंगे.


मूर्ति को बदलने की हुई थी मांग


एनसीपी (शरद पवार) नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने मूर्ति गिरने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा. उन्होंने कहा कि ये प्रतिमा जल्दबाजी में बनाई गई थी. इसके साथ ही ये मूर्ति आकारहीन थी और मूर्तिकला के अनुसार नहीं बनाई गई थी. इसलिए हमने इस प्रतिमा को बदलने की मांग की थी. मगर, महायुति सरकार ने इसे नजरअंदाज कर दिया. हालांकि, संभाजी राजे ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को पत्र भी भेजा था. 






ये भी पढ़ें: Badlapur Sexual Assault Case: बदलापुर में 4 साल की बच्ची से यौन शोषण पर अदालत सख्त, आरोपी को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा