छत्रपति शिवाजी पर राज्यपाल कोश्यारी के बयान से भारी विवाद, पद से हटाने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका
वरिष्ठ वकील नितिन सातपुत ने ये याचिका दायर कर कोशियारी को राज्यपाल के पद से हटाने की मांग की है.
Shivaji Remark Row: छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) पर बयान को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay high court) में याचिका दायर की गई है. वरिष्ठ वकील नितिन सातपुत ने ये याचिका दायर कर कोश्यारी को राज्यपाल के पद से हटाने की मांग की है.
दरअसल, कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी को पुराना आदर्श बताया था. उनकी इस विवादित टिप्पणी के बाद उनके बयान की कड़ी आलोचना हो रही है और उन्हें पद से हटाए जाने की मांग की जा रही है. इसके बाद उनके इस्तीफे देने की खबरें भी जोरों पर रहीं. हालांकि, राजभवन के सूत्रों ने इन सभी खबरों का खंडन कर इन्हें निराधार बताया था.
बढ़ी कोश्यारी की मुश्किलें
अब इस मामले में कोश्यारी की मुश्किलें और बढ़ गई है. अब यह मामला बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गया है. पहले ही सभी विपक्षी दल के नेता उनके खिलाफ एक्शन लेने और इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर दिए बयान पर भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेने पर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की है.
क्या था राज्यपाल का बयान
नंवबर महीने की शुरुआत में एक कार्यक्रम के दौरान भगत सिंह कोश्यारी ने शिवाजी महाराज को पिछले जमाने का आदर्श बताया था, जबकि बीजेपी नेता नितिन गडकरी को आज का आदर्श बताया. कोश्यारी ने कहा था कि हम जब पढ़ते थे तो हमसे फेवरेट हीरो या लीडर के बारे में पूछा जाता था. आज आपको फेवरेट हीरो नितिन गडकरी यहीं मिल जाएंगे.
कई विवादों में पड़ चुके हैं कोश्यारी
इससे पहले 2019 में भी वह एक विवाद में पड़ चुके हैं. जब उन्होंने देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को शपथ दिलवाई थी. इतना ही नहीं कोरोना काल में उन्होंने मंदिर खोलने के मुद्दे को आग देने का काम किया था, जब उन्होंने खुद उद्धव को चिट्ठी लिखकर उन्हें सेकुलर कहा था.
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