मंडोली जेल में कटेगी ओलंपियन सुशील कुमार की रातें, कोर्ट ने पुलिस की रिमांड बढ़ाने की याचिका ठुकराई
दिल्ली की एक अदालत ने सुशील कुमार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. छत्रसाल स्टेडियम हत्याकांड में पिछले दिनों सुशील कुमार को गिरफ्तार किया गया था.
नई दिल्ली: ओलंपियन सुशील कुमार दिल्ली की मंडोली जेल में रखा जाएगा. इससे पहले ओलंपिक चैंपियन सुशील कुमार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 4 दिनों की पुलिस रिमांड के बाद एक बार फिर दिल्ली के रोहिणी अदालत में पेश किया. अदालत में दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर सुशील कुमार की 3 दिन की पुलिस रिमांड मांगी.
सुनवाई के बाद अदालत ने दिल्ली पुलिस की याचिका को ठुकराते हुए सुशील कुमार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. दिल्ली पुलिस का अदालत में कहना था कि इस मामले में उनके पास सुशील कुमार के खिलाफ बेहद अहम सबूत वह वीडियो है जिसे वारदात के समय बनाया गया था. दिल्ली पुलिस का कहना था सुशील कुमार को एक बार फिर हरिद्वार और पंजाब लेकर जाने की जरूरत है.
अदालत को जांच अधिकारी ने बताया की सुशील ने अपने डिस्क्लोजर में बोला है कि ये संपत्ति विवाद का मामला है. सुशील ने कहा है कि फ्लैट खाली करने को लेकर झगड़ा हुआ था. जिसका किराया 25 हजार रुपये था. लेकिन एक इंटरनेशनल खिलाड़ी इतनी छोटी सी रकम के लिए अपना कैरियर खराब क्यों करेगा?
दिल्ली पुलिस का अदालत में कहना था कि सुशील कुमार जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं .उन्हें सुशील कुमार का मोबाइल और वो कपड़े भी बरामद करने हैं जो उसने वारदात के दिन पहने थे. इसके लिए सुशील कुमार को एक बार फिर हरिद्वार और पंजाब के भटिंडा ले जाए जाने की जरूरत है . इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस का अदालत में कहना था कि उसे अभी तक छत्रसाल स्टेडियम में लगे सीसीटीवी कैमरों की वो डीवीआर भी बरामद नहीं हुई है.
सुशील के वकील ने किया रिमांड बढ़ाने की याचिका का विरोध.
अदालत में सुशील कुमार के वकील ने पुलिस रिमांड का विरोध किया और कहा कि इस मामले में किसी हथियार का इस्तेमाल ही नहीं हुआ. सुशील कुमार को पदमश्री, अर्जुन अवार्ड और तमाम अवार्ड मिले है. सुशील ने देश का नाम रोशन किया है. पुलिस सुशील की 240 घंटो की कस्टडी ले चुकी है. और उन्हें अब तक कुछ भी बरामद नहीं हुआ है. सुशील कुमार के वकील का अदालत में कहना था कि पिछले 10 दिनों की रिमांड में पुलिस ने सुशील से आखिर क्या हासिल किया? पुलिस सिर्फ़ सुशील को प्रताड़ित करने के लिए उसकी रिमांड की मांग कर रही है. इसलिए सुशील की पुलिस कस्टडी की याचिका खारिज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाए.
'सुशील को जेल में खतरा'
सुशील कुमार के वकील का यह भी कहना था कि न्यायिक हिरासत के दौरान सुशील को जेल में सेपरेट सेल में रखा जाए क्योंकि इस वारदात में जो शख्स घायल है वो एक बड़े गैंगस्टर से ताल्लुक रखता है. दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद अदालत ने सुशील को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.