Chhattisgarh Maoists Encounter: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ छेड़े गए अभियान के तहत सुरक्षा बलों ने मंगलवार (16 अप्रैल) को सबसे बड़ा एक्शन लेते हुए कांकेर इलाके में 29 नक्सलियों को एनकाउंटर में मार गिराया. इन सभी माओवादियों के शव भी बरामद कर लिए गए. पुलिस का कहना है कि ये आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि तलाशी अभियान जारी है.
इस मुठभेड़ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवानों और राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के एक कर्मी सहित तीन सुरक्षाकर्मियों को चोटें भी आई हैं. सुरक्षा बलों के मुताबिक, अगर मारे गए नक्सलियों का आंकड़ा 30 को पार कर जाता है तो पिछले 10 सालों में फोर्स की ओर से किया गया सबसे बड़ा ऑपरेशन होगा. इससे पहले ग्रेहाउंड कमांडो ने 2016 में एक ऑपरेशन में 30 नक्सलियों का सफाया किया था. 2021 में एक अन्य ऑपरेशन में शीर्ष नक्सली नेता मिलिंद तेलतुंबडे को 25 अन्य लोगों के साथ मार गिराया गया.
अपनी तरह का अनोखा ऑपरेशन
हालांकि, यह पहला ऑपरेशन होगा जिसमें बड़ी संख्या में नक्सलियों का सफाया किया गया और सुरक्षा बलों की ओर से कोई हताहत नहीं हुआ. छत्तीसगढ़ पुलिस ने कहा, “16 अप्रैल को, कांकेर डीआरजी और बीएसएफ की एक संयुक्त टीम की ओर से कांकेर जिले के छोटेबेटिया पुलिस स्टेशन सीमा क्षेत्र में एक तलाशी अभियान शुरू किया गया था. दोपहर करीब 2 बजे छोटेबेटिया पुलिस थाना क्षेत्र के बीनागुंडा-कोरागुट्टा जंगलों के पास माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई.”
उन्होंने आगे बताया, “मुठभेड़ के बाद इलाके की तलाशी ली गई और मौके से 29 नक्सलियों के शव, भारी मात्रा में एके 47 राइफल, इंसास, एसएलआर/कार्बाइन, .303 राइफल और भारी मात्रा में हथियार गोला बारूद बरामद किए गए. ऑपरेशन में तीन जवान घायल भी हुए हैं लेकिन वो खतरे से बाहर हैं.”
25 लाख इनामी नक्सली भी हुआ ढेर
अधिकारियों ने बताया कि अब तक 3 एसएलआर, 1 एके-47, 2 पिस्तौल और 2 आईएनएसएएस बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक शीर्ष नक्सली शंकर राव जिसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था और ललिता (दोनों डीवीसीएम, उत्तर बस्तर डिवीजन) भी ऑपरेशन में मारे गए. बस्तर आईजी पी सुंदरराज के मुताबिक, यह इलाके में सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियानों में से एक है. इस मुठभेड़ के बाद, इस साल अब तक कांकेर सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में 79 नक्सली मारे गए हैं.